महाराष्ट्र विधानसभा: कांग्रेस विधायक नाना पटोले 1 दिन के लिए सस्पेंड, किसानों के मुद्दे पर राजदंड छूने का आरोप

महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक नाना पटोले को किसानों से जुड़े मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के दौरान स्पीकर के पास रखे राजदंड को छूने के आरोप में एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। पटोले ने इसे 'किसान विरोधी सरकार' की कार्रवाई बताया।

महाराष्ट्र विधानसभा: कांग्रेस विधायक नाना पटोले 1 दिन के लिए सस्पेंड, किसानों के मुद्दे पर राजदंड छूने का आरोप

मुंबई, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र विधानसभा में किसानों से जुड़े एक मुद्दे पर हंगामे के बाद कांग्रेस विधायक नाना पटोले को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। पटोले पर आरोप है कि उन्होंने शक्तिपीठ महामार्ग और किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान स्पीकर के पास रखे राजदंड को छुआ

पटोले का आरोप: 'सरकार किसान विरोधी है'

निलंबन के बाद नाना पटोले ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "जो किसानों के विरोध में बोलता है उसका सम्मान किया जाता है। जो किसानों के पक्ष में बोलता है उसे बाहर किया जाता है।" पटोले ने मौजूदा सरकार को "किसान विरोधी" बताते हुए कहा कि उन्हें कितनी बार भी निलंबित किया जाए, वे हर दिन किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा उठाते रहेंगे।

उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी के विधायक और मंत्री दावा करते हैं कि पीएम मोदी किसानों के मसीहा हैं। पीएम मोदी किसानों के मसीहा नहीं हो सकते... जिस तरह से किसानों का अपमान किया जा रहा है, क्या इसीलिए उन्हें सत्ता में लाया गया है।" पटोले ने दावा किया कि जब से पीएम मोदी ने सरकार संभाली है, किसानों की आत्महत्या दर बढ़ी है और कांग्रेस किसानों के लिए लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें सीएम फडणवीस से "सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।"


सदन में आक्रामक तेवर और शब्दों पर विवाद

महाराष्ट्र विधानसभा के वर्तमान सत्र में नाना पटोले आज काफी आक्रामक दिखाई दिए। वह विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने तक दौड़ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि माननीय सदस्य लोनीकर और राज्य के कृषि मंत्री लगातार किसानों का अपमान कर रहे हैं, और राज्य के किसान इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पटोले ने मुख्यमंत्री से किसानों से माफी मांगने की मांग की।

इसी दौरान उन्होंने एक विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि "मोदी आपके पिता हो सकते हैं, लेकिन वे किसानों के पिता नहीं हो सकते।" इस बयान पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह की असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करना सही नहीं है।


सीएम फडणवीस ने की आलोचना

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पटोले की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता आक्रामक तरीके से विधानसभा अध्यक्ष की ओर बढ़े थे, जो कि सही नहीं है और उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। फडणवीस ने कहा कि पटोले को अपने आचरण के लिए माफी मांगनी चाहिए।

यह घटना महाराष्ट्र विधानसभा में किसानों के मुद्दों पर चल रही तीखी बहस और राजनीतिक तनाव को दर्शाती है।