ड्रग्स तस्करों की 'भाभी जी' ने रांची कोर्ट में किया सरेंडर, बिहार-झारखंड में फैला था नशे का नेटवर्क

झारखंड की राजधानी रांची में ड्रग्स तस्करों के नेटवर्क की सरगना 'भाभी जी' (रूबी देवी) ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसका बिहार के सासाराम से रांची तक ब्राउन शुगर तस्करी का बड़ा नेटवर्क था और उसका पूरा परिवार इसमें शामिल था।

ड्रग्स तस्करों की 'भाभी जी' ने रांची कोर्ट में किया सरेंडर, बिहार-झारखंड में फैला था नशे का नेटवर्क

रांची, झारखंड: झारखंड की राजधानी रांची में ड्रग्स तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क सामने आया है। इस नेटवर्क की सरगना, जिसे ड्रग्स पेडलर्स 'भाभी जी' के नाम से जानते थे, उसने रांची कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। 'भाभी जी' का असली नाम रूबी देवी है और वह बिहार के सासाराम की रहने वाली है। हाल ही में पुलिस ने जिन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया था, उनमें से कई ने रूबी देवी का नाम लिया था, जिसके बाद पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी।


सासाराम से रांची तक फैला था नेटवर्क

पुलिस के अनुसार, रांची में गिरफ्तार किए गए अधिकांश ड्रग्स तस्करों ने स्वीकार किया है कि वे बिहार के सासाराम से 'भाभी जी' के ज़रिए ब्राउन शुगर प्राप्त करते थे और उसे रांची में अलग-अलग जगहों पर बेचते थे। कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोए ने बताया कि रूबी देवी की रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे रांची और सासाराम के बीच फैले इस ड्रग्स नेटवर्क की परतें खुलने लगी हैं।


'भाभी जी' का पूरा परिवार शामिल

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस अवैध तस्करी में केवल रूबी देवी ही नहीं, बल्कि उसका पूरा परिवार शामिल है। डीएसपी ने बताया कि रूबी का भाई पिंटू सहाय को पहले ही सासाराम से गिरफ्तार किया जा चुका है, और उसका दूसरा भाई प्रिंस भी इस गोरखधंधे में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। रूबी देवी के खिलाफ अब तक सुखदेव नगर थाने में छह मामले दर्ज हो चुके हैं, और पुलिस अन्य थानों से भी उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी जुटा रही है। जानकारी के मुताबिक, रूबी देवी तस्करों की डिमांड पर मिनटों में नशे का सामान उपलब्ध करा देती थी।


आगे की पुलिस कार्रवाई

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि रांची से कई लोग नियमित रूप से सासाराम जाकर ड्रग्स खरीदते थे और शहर में बेचते थे। अब पुलिस उन सभी की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चला रही है। डीएसपी प्रकाश सोए ने आश्वासन दिया है कि इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए आगे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे, क्योंकि यह न केवल मादक पदार्थों का कारोबार फैला रहा था, बल्कि युवाओं का भविष्य भी बर्बाद कर रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई से रांची में ड्रग्स के खिलाफ बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है।

क्या आप इस नेटवर्क के अन्य पहलुओं या ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पुलिस की अन्य पहलों के बारे में जानना चाहेंगे?