Bihar News: गया में 11 महीने की बच्ची से दुष्कर्म: दो बच्चों का पिता गिरफ्तार, पुलिस जांच में जुटी

गया के आमस में 11 महीने की बच्ची से दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दो बच्चों के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और बच्ची का इलाज ANMMCH में चल रहा है।

Bihar News:  गया में 11 महीने की बच्ची से दुष्कर्म: दो बच्चों का पिता गिरफ्तार, पुलिस जांच में जुटी
सांकेतिक तस्वीर

बिहार: गया जिले के आमस थाना क्षेत्र से एक बेहद शर्मनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहाँ एक 11 महीने की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसमें दो बच्चों के पिता को गिरफ्तार किया गया है. यह जघन्य वारदात बीते बुधवार (4 जून, 2025) रात की है. गुरुवार (5 जून, 2025) को बच्ची को गंभीर हालत में इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (ANMMCH) लाया गया, जहाँ उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने आरोपी को घटना की रात में ही गिरफ्तार कर लिया था.


कैसे हुआ खुलासा

बच्ची की नानी ने बताया कि बच्ची के पिता कुछ दिन पहले ही अपने ससुर के साथ काम की तलाश में दूसरे प्रदेश चले गए थे. उन्होंने सबसे पहले बच्ची के कपड़े गीले देखे, तो उन्हें लगा कि शायद बच्ची ने टॉयलेट किया होगा. लेकिन, जब उन्होंने कपड़ों पर खून लगा देखा, तो वे तुरंत बच्ची को ग्रामीण चिकित्सक के पास ले गईं. डॉक्टर ने ही उन्हें बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हुई है.


आरोपी गिरफ्तार, पुलिस जांच जारी

इस जानकारी के बाद परिजनों ने तत्काल डायल-112 पर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी गणेश मांझी को गिरफ्तार कर लिया. बताया जाता है कि आरोपी गणेश मांझी की पत्नी ने बच्ची को खेलाने के लिए गोद में लिया था, और बाद में उसने बच्ची को खेलाने के लिए अपने पति गणेश मांझी को दे दिया. इसी दौरान आरोपी ने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया.

पहले बच्ची को आमस स्थित स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, लेकिन बेहतर इलाज के लिए उसे अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (ANMMCH) रेफर कर दिया गया. आरोपी गणेश मांझी उसी गांव का भगिना लगता है और उसका घर बच्ची के घर के ठीक सामने है.

एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म की यह घटना रात की है. उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी-1 और आमस थानाध्यक्ष को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लैब) की टीम को भी घटनास्थल पर साक्ष्य संकलन के लिए भेजा गया है. आमस थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. यह घटना एक बार फिर समाज में मासूमों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है.