काशी में दर्दनाक हादसा : गंगा में करतब दिखा रहे योगा टीचर की डूबने से मौत, पत्नी-बच्चों के सामने हुआ हादसा
दिल्ली से काशी घूमने आए 47 वर्षीय योगा टीचर नितिन सिंह की बुधवार को मीरघाट पर गंगा में करतब दिखाते समय डूबने से मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चों के सामने हुआ, जिससे परिवार में कोहराम मच गया।

Varanasi News : दिल्ली से काशी घूमने आए एक परिवार के लिए गंगा घाट पर खुशी का पल मातम में बदल गया। मीरघाट पर गंगा स्नान के दौरान अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों के सामने करतब दिखा रहे एक योगा टीचर और कुशल तैराक नितिन सिंह (47) की पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। उनकी पत्नी और बच्चे तालियां बजा रहे थे, लेकिन जब नितिन पानी में उतराए शरीर के साथ दिखे, तो चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पत्नी-बच्चों के सामने हुआ हादसा
दिल्ली के जनकपुरी के रहने वाले नितिन सिंह अपनी पत्नी कंचन और बच्चों के साथ दो दिन पहले वाराणसी घूमने आए थे। वे मंडुआडीह इलाके के एक होटल में रुके थे और बुधवार रात को वापस दिल्ली जाने वाले थे। बुधवार दोपहर करीब 1:30 बजे, नितिन मीरघाट पर पहुंचे और अपनी पत्नी व बच्चों को घाट पर बैठाकर गंगा में स्नान करने उतर गए।
नितिन सिंह, जो एक निजी स्कूल में फिजिकल एजुकेशन के टीचर और कुशल तैराक थे, गंगा में तरह-तरह के करतब दिखा रहे थे। वे बार-बार डुबकी लगाकर पानी के अंदर चले जाते और एक-दो मिनट में ऊपर आ जाते। उन्होंने ऐसा सात बार किया। आसपास के लोग उन्हें ऐसा करने से मना भी कर रहे थे, लेकिन उनकी पत्नी का कहना था कि उन्हें तैरना आता है और कुछ नहीं होगा।
एनडीआरएफ ने निकाला शव, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
आठवीं बार डुबकी मारने के बाद जब नितिन कुछ देर तक ऊपर नहीं आए, तो उनकी पत्नी को शंका हुई और उन्होंने चीख-पुकार मचाई। सूचना मिलते ही दशाश्वमेध चौकी प्रभारी अनुजमणि तिवारी ने एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की मदद से नितिन की तलाश शुरू की। कुछ ही देर बाद एनडीआरएफ ने उन्हें पानी से बाहर निकाल लिया।
एनडीआरएफ के जवानों ने उन्हें सीपीआर (CPR) देकर बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोई हलचल न होने पर उन्हें मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद नितिन सिंह की पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है, और परिवार में कोहराम मच गया है।