Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का राष्ट्र को संबोधन: क्या पाकिस्तान तनाव पर बोलेंगे?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद पीएम का यह संबोधन महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का राष्ट्र को संबोधन: क्या पाकिस्तान तनाव पर बोलेंगे?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करने वाले हैं। हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हुआ है, जिसके बाद प्रधानमंत्री का यह संबोधन कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लोगों की नजर अब इस बात पर है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में भारत-पाकिस्तान तनाव पर क्या बोलेंगे?  

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद 7 मई की रात भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इन ठिकानों में मौजूद कई आतंकी भी मारे गए थे। भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने पलटवार करने की कोशिश की, जिसमें उसने ड्रोन हमलों के साथ-साथ सीमावर्ती इलाकों में भारी गोलाबारी की। पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया था।  

नूर खान सहित कई एयरबेस पर हमला:

पाकिस्तान की इस कायरतापूर्ण हरकत के बाद भारत ने भी उसे मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तान के नूर खान सहित कई एयरबेस पर हमला किया था। इन हमलों के बाद कई वीडियो और तस्वीरें सामने आईं, जिनमें पाकिस्तानी एयरबेस पर मिसाइल हमलों के बाद आग की लपटें दिखाई दे रही थीं।

अचानक संघर्ष विराम की घोषणा:

दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, 10 मई की शाम 5 बजे अचानक दोनों देशों ने संघर्ष विराम की घोषणा की। इस ऐलान के दौरान भारत और पाकिस्तान दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें बताया गया कि दोनों देश फिलहाल संघर्ष विराम के लिए तैयार हो गए हैं। संघर्ष विराम की घोषणा के बाद से ही लोग प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

पीएम मोदी के संबोधन के संभावित मुद्दे:

  • ऑपरेशन सिंदूर की सफलता: प्रधानमंत्री अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य का बखान कर सकते हैं।  
  • पाकिस्तान को कड़ा संदेश: वे पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प का स्पष्ट संदेश दे सकते हैं।
  • संघर्ष विराम की शर्तें: प्रधानमंत्री संघर्ष विराम की शर्तों और भविष्य में शांति बनाए रखने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर बात कर सकते हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन: वे इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समर्थन और सहयोग पर भी बात कर सकते हैं।
  • देशवासियों से शांति की अपील: वे देशवासियों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ है। ऐसे में उनका संबोधन न केवल भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। देशवासियों की निगाहें इस संबोधन पर टिकी हुई हैं।