PSL 2025: पाकिस्तान में फंसे विदेशी खिलाड़ी, टॉम करन ने बच्चों की तरह रोने की घटना बयां की
PSL 2025 के दौरान पाकिस्तान में फंसे विदेशी खिलाड़ियों ने अपनी डरावनी स्थिति का खुलासा किया। टॉम करन सहित कई खिलाड़ी पाकिस्तान के खतरनाक हालात से डर गए थे, जिससे क्रिकेट की दुनिया में हलचल मच गई।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान में ही रुकने की कोशिश की। इस दौरान PSL (पाकिस्तान सुपर लीग) में खेलने वाले कई विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान में फंस गए थे, जिनमें बांग्लादेश के लेग स्पिनर रिशाद होसैन और इंग्लैंड के टॉम करन भी शामिल थे। इन खिलाड़ियों ने बाद में अपनी आंखों देखी कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में बिताए गए खौफनाक क्षणों का खुलासा किया।
टॉम करन की रोते हुए स्थिति
रिशाद होसैन ने PSL 2025 के दौरान पाकिस्तान में बिताए अपने अनुभव को शेयर करते हुए बताया कि तनावपूर्ण स्थिति के कारण बहुत से विदेशी खिलाड़ी भयभीत हो गए थे। बांग्लादेशी स्पिनर ने विशेष रूप से इंग्लैंड के टॉम करन का जिक्र किया, जो इतना डर गए थे कि एयरपोर्ट बंद होने के बाद वह छोटे बच्चे की तरह रोने लगे। रिशाद ने बताया कि टॉम करन अपने देश वापस लौटने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे, लेकिन उन्हें पता चला कि एयरपोर्ट बंद हो चुका है। इस जानकारी से वह घबराए और रोने लगे।
रिशाद ने कहा, "टॉम करन एयरपोर्ट पर गए थे, लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि एयरपोर्ट बंद है। इसके बाद वह छोटे बच्चे की तरह रोने लगे। उन्हें संभालने के लिए दो-तीन लोगों को जरूरत पड़ी थी।" उनके मुताबिक, टॉम करन की यह स्थिति किसी को भी असहज कर सकती थी, क्योंकि पाकिस्तान में हालात युद्ध जैसे थे और खिलाड़ी हर पल डर के साये में जी रहे थे।
बाकी विदेशी खिलाड़ी भी थे डरे हुए
रिशाद होसैन ने बताया कि टॉम करन के अलावा सैम बिलिंग्स, डैरिल मिचेल, कुशल परेरा और डेविड वीजे जैसे कई खिलाड़ी पाकिस्तान में घबराए हुए थे। एक बार जब ये खिलाड़ी पाकिस्तान के हालात को लेकर डर में थे, तो मिचेल ने दुबई पहुंचने के बाद रिशाद से कहा कि वह भविष्य में कभी भी पाकिस्तान में नहीं जाएंगे। रिशाद ने कहा, "जब मिचेल दुबई पहुंचे, तो उन्होंने मुझसे कहा कि वह फिर कभी पाकिस्तान नहीं जाएंगे, खासकर इस तरह के खतरनाक हालात में।"
PCB और पाकिस्तानी सेना की चुप्पी ने बढ़ाया तनाव
इस पूरे घटनाक्रम में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पाकिस्तानी सेना की भूमिका भी सवालों के घेरे में आई। पाकिस्तान बोर्ड ने विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान में ही रोककर रखा, जबकि भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते स्थितियां बेहद खतरनाक हो चुकी थीं। पाकिस्तान की सेना ने अपनी गतिविधियों को छुपाए रखा और खिलाड़ियों को इस बारे में अनजान रखा। सेना और बोर्ड की यह चुप्पी विदेशी खिलाड़ियों के लिए और भी डर पैदा करने वाली रही।
PSL को किया रद्द, विदेशी खिलाड़ियों को यूएई भेजा गया
पाकिस्तान में बने इस तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए विदेशी खिलाड़ियों ने पाकिस्तान छोड़ने की मांग की। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पीएसएल को रद्द कर दिया और सभी खिलाड़ियों को यूएई भेजने का फैसला किया। दुबई एयरपोर्ट पहुंचने के बाद विदेशी खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली, और वहां से अपने-अपने देश लौटने के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ी।
निष्कर्ष
पाकिस्तान में चल रही पीएसएल के दौरान विदेशी खिलाड़ियों के साथ जो हुआ, वह एक गंभीर और डरावना अनुभव था। विशेष रूप से इंग्लैंड के टॉम करन और अन्य विदेशी खिलाड़ियों के लिए यह समय अत्यंत कठिन रहा। इस घटना ने यह साफ कर दिया कि पाकिस्तान में खेल आयोजन की सुरक्षा और खिलाड़ियों की सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चिंताएं हैं। अब देखना यह होगा कि भविष्य में पाकिस्तान में क्रिकेट आयोजन के दौरान इन सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर कितना ध्यान दिया जाता है।