Chandauli : राशन कार्डधारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य, आधार की त्रुटियों से लाभार्थी परेशान

चंदौली में राशन के लिए ई-केवाईसी जरूरी, आधार में गड़बड़ी से लाभार्थी परेशान। जून तक शत-प्रतिशत लक्ष्य का दावा।

Chandauli : राशन कार्डधारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य, आधार की त्रुटियों से लाभार्थी परेशान

चंदौली जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत पात्र लाभार्थियों तक राशन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब जिले के सभी राशन कार्ड धारकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है।

हालांकि, इस अनिवार्य ई-केवाईसी प्रक्रिया में आधार कार्ड में मौजूद त्रुटियों के कारण लाभार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, अभी तक लगभग 3.14 लाख सदस्यों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। विभागीय अधिकारियों ने औल में 31 हजार से अधिक सदस्यों की पहचान कराने का दावा किया है और उम्मीद जताई है कि जून महीने तक शत-प्रतिशत ई-केवाईसी का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।

विभागीय अधिकारियों की स्पष्ट चेतावनी है कि जो भी सदस्य ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, उनका राशन रोका जा सकता है। इसलिए, राशन कार्ड में पंजीकृत प्रत्येक सदस्य के लिए ई-केवाईसी कराना अत्यंत आवश्यक है।

जिले में राशन कार्ड धारक परिवारों की कुल संख्या 3 लाख 52 हजार 405 है, जिनमें कुल 14 लाख 61 हजार 763 सदस्य हैं। इन सभी सदस्यों को सरकार द्वारा खाद्यान्न वितरित किया जाता है। वर्तमान में, इनमें से 11 लाख 78 हजार 863 सदस्यों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।

शासन के निर्देशानुसार, यह ई-केवाईसी प्रक्रिया कोटेदारों के साथ-साथ जन सेवा केंद्रों के माध्यम से भी संचालित की जा रही है। हालांकि, अधिकांश लाभार्थियों के आधार कार्ड में गड़बड़ी होने के कारण ई-केवाईसी में तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। इन त्रुटियों को ठीक कराने के लिए बच्चे और बुजुर्ग भी आधार सेवा केंद्रों के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं। वर्तमान में, ई-केवाईसी कराने वालों का प्रतिशत 80.65 तक पहुंच गया है, लेकिन अभी भी 19.65 प्रतिशत लाभार्थियों की ई-केवाईसी बाकी है। इस मामले में जिले की रैंकिंग प्रदेश में 32वें स्थान पर है, जबकि शुरुआती दौर में जिले का प्रदर्शन बेहतर था।

घर बैठे भी कर सकते हैं ई-केवाईसी:

लाभार्थियों की सुविधा के लिए, मोबाइल फोन पर 'मेरा ई केवाईसी' और 'आधार फेस आरडी' ऐप डाउनलोड करके घर बैठे भी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। इसके लिए ऐप में अपने राज्य का चयन करने के बाद लोकेशन डालकर वेरिफाई करना होगा। फिर राशन कार्ड में अपना आधार नंबर दर्ज करके आधार से लिंक फोन नंबर पर आए ओटीपी को ऐप में डालकर सत्यापित करें। अंत में, सेल्फी कैमरे से अपना चेहरा स्कैन करें। राशन कार्ड में शामिल प्रत्येक सदस्य को यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी, अन्यथा उन्हें अपात्र माना जाएगा और उनका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा।

ई-केवाईसी के लाभ:

ई-केवाईसी प्रक्रिया से राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता आएगी और अपात्र या फर्जी राशन कार्ड धारकों की पहचान हो सकेगी। इसके साथ ही, वर्षों से रुकी हुई नए राशन कार्ड बनने और पुराने कार्डों में नाम जुड़ने की प्रक्रिया भी दोबारा शुरू हो सकेगी।

जिले में राशन कार्ड और लाभार्थी:

  • राशन कार्ड धारक: 3,52,405
  • लाभार्थियों की संख्या: 14,61,763
  • पात्र गृहस्थी राशन कार्ड: 2,99,921
  • पात्र गृहस्थी लाभार्थी: 12,87,242
  • अंत्योदय राशन कार्ड: 52,448

इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी मनीष विक्रम ने स्पष्ट किया है कि शासन के सख्त निर्देशानुसार, राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों की ई-केवाईसी अनिवार्य है। ऐसा न करने वाले सदस्यों के नाम राशन कार्ड से काट दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि शासन का उद्देश्य मृतकों और अपात्र लोगों के नामों को सूची से हटाकर राशन वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करना है। ई-केवाईसी की प्रक्रिया कोटेदारों के यहां बायोमीट्रिक माध्यम से और जन सेवा केंद्रों या घर से ऑनलाइन भी पूरा किया जा सकता है।