Badrinath Dham : फिर उफनाई अलकनंदा, तप्तकुंड और घाटों तक पहुंचा पानी, आवाजाही रोकी गई

उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण अलकनंदा नदी एक बार फिर उफान पर है। बदरीनाथ धाम में नदी का पानी तप्तकुंड और सभी घाटों तक पहुंच गया है, जिसके चलते सुरक्षा के लिए आवाजाही रोक दी गई है।

Badrinath Dham :  फिर उफनाई अलकनंदा, तप्तकुंड और घाटों तक पहुंचा पानी, आवाजाही रोकी गई

Chardham Yatra 2025 : उत्तराखंड के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। मंगलवार को बदरीनाथ धाम में नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि पानी तप्तकुंड और नदी किनारे के सभी घाटों तक पहुंच गया। सुरक्षा के लिहाज़ से पुलिस प्रशासन ने नदी किनारे के पूरे क्षेत्र में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है।


बढ़ता जलस्तर और सुरक्षा उपाय

दोपहर से ही नदी का पानी तप्तकुंड के पास बह रहा है, वहीं गांधी घाट और ब्रह्मकपाल के आसपास भी पानी फैल गया है। पुलिस ने तप्तकुंड समेत नदी किनारे के सभी घाटों और क्षेत्रों में जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। इन संवेदनशील जगहों पर एसडीआरएफ (SDRF) और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।


रिवर फ्रंट के काम पर उठे सवाल

ब्रह्मकपाल तीर्थ पुरोहित महापंचायत समिति के सचिव मदन मोहन कोठियाल का कहना है कि कार्यदायी संस्था और प्रशासन को कई बार यह जानकारी दी गई थी कि रिवर फ्रंट के काम से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और इससे खतरा हो सकता है। लेकिन, समय पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसके कारण यह स्थिति बनी है। उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले भी यहाँ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली थी।

पिछले साल भी कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद आश्वासन दिया था कि बरसात से पहले इसे ठीक कर दिया जाएगा, लेकिन एक साल बाद भी स्थिति वैसी ही बनी हुई है। हालांकि, ज़िला प्रशासन के प्रयासों से पिछले कुछ दिनों में मलबा हटाने की कार्रवाई शुरू हुई थी, लेकिन लगातार बारिश होने से नदी का बहाव तेज़ होता जा रहा है, जिससे निचले क्षेत्रों के लिए खतरा बना हुआ है।

बदरीनाथ थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते तप्तकुंड सहित नदी किनारे आवाजाही रोक दी गई है। जलस्तर घटने के बाद ही आवाजाही फिर से शुरू की जाएगी।

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