IND vs PAK: शिवराज बोले- देश में अन्न के भंडार भरे, गेहूं, दाल-चावल, फल-सब्जियों का पर्याप्त स्टॉक
भारत-पाक तनाव के बीच शिवराज सिंह चौहान ने कहा, देश में अन्न के भंडार भरे हैं, गेहूं, दाल-चावल, फल-सब्जियों का पर्याप्त स्टॉक। कृषि मंत्रालय पूरी तरह तैयार।

शिवराज सिंह चौहान
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गए हैं। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर कृषि मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। उन्होंने आश्वासन दिया कि देश में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है और सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत माता के चरणों में सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए पूरा देश तत्पर है। एक तरफ सीमा पर हमारे जवान तैनात हैं, जो पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं, तो दूसरी तरफ खेतों में किसान तैयार हैं। उनके साथ वैज्ञानिक और कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास मंत्रालय भी अपनी ड्यूटी समझते हुए पूरी तरह से तैयार हैं। कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा।
बैठक में, मंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों से फसल बुआई, खाद्यान्न, फल-सब्जी उत्पादन और उपलब्धता की जानकारी ली और मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न आने देने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करना हमारे देश का संकल्प है। आतंकवादियों को हम नहीं छोड़ेंगे, उनके ठिकानों और अड्डों को तबाह करने के लिए कड़ी कार्रवाई की गई है। हमने नागरिकों को निशाना नहीं बनाया है, लेकिन पाकिस्तान जिस तरह से नापाक हरकत कर रहा है, सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। हमें अपनी सेना और उनके पराक्रम-शौर्य पर गर्व है।
गेहूं, चावल का पर्याप्त स्टॉक:
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि विभाग के नाते हमारी भी जिम्मेदारी है खाद्यान्न सुरक्षा सुनिश्चित करना। गेहूं, चावल और अन्य अनाज हमारे पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। बंपर उत्पादन हुआ है और किसानों से खरीद भी जारी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने नारा दिया था 'जय जवान-जय किसान', पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जोड़ा 'जय विज्ञान' और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें जोड़ा 'जय अनुसंधान'। जवान, किसान और वैज्ञानिक सभी तैयार हैं, उनका अनुसंधान भी काम आएगा। यह संतोष की बात है कि हमारे पास अन्न के भंडार इस समय भरे हुए हैं।
साल दर साल उत्पादन में वृद्धि:
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3322.98 लाख मीट्रिक टन था, जो 2024-25 में बढ़कर 3474.42 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। चावल की भी कोई कमी नहीं है, पिछले साल के 1378.25 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले इस साल 1464.02 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है। गेहूं पिछले साल 1132.92 लाख मीट्रिक टन था, जो इस बार 1154.30 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जिसमें और बढ़ोतरी की उम्मीद है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किस्मों और शोध के कारण बढ़ते हुए तापमान में भी उत्पादन में वृद्धि हो रही है। गेहूं और चावल दोनों का उत्पादन एक साल में चार से पांच प्रतिशत बढ़ा है।
इस साल दालों का उत्पादन भी भरपूर हुआ है, जो 242.46 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 250.97 लाख मीट्रिक टन हो गया, वहीं कुल तिलहन 396.69 लाख मीट्रिक टन से 428.98 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हो गया है। मंत्री ने बताया कि फल-सब्जियों की भी चिंता नहीं है, बागवानी फसलों का उत्पादन भी पिछले साल के 3547 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 3621 लाख मीट्रिक टन हो गया है। आलू पिछले वर्ष 570.53 लाख मीट्रिक टन था, जो इस बार 595.70 लाख मीट्रिक टन है। प्याज 242.67 लाख मीट्रिक टन था, जो इस साल 288.77 लाख मीट्रिक टन है। इसी तरह, टमाटर 213. 23 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 215.49 लाख मीट्रिक टन है।
किसानों की फसलों की भी चिंता:
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने किसानों से उपज खरीद की भी जानकारी दी और बताया कि 8 मई तक की स्थिति में, वर्ष 2024-25 में 539.88 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। इसी तरह, 8 मई तक 267.02 लाख मीट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीदा जा चुका है और यह सिलसिला जारी है। चावल-गेहूं के भंडार भरे हैं, दालों का बफर स्टॉक हमारे पास है, किसी चीज की कोई कमी नहीं है। अगली फसल के लिए भी किसान तैयार हैं। खरीफ सीजन में उत्पादन कैसे बढ़े, इसके लिए वैज्ञानिक और कृषि कर्मचारी मैदान में निकलेंगे।
कृषि मंत्रालय का यह संकल्प है कि हमारी जनता को इन परिस्थितियों में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं आए, खाद्यान्न सुरक्षा सुनिश्चित की है, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, भरपूर भंडार है हमारे पास, जितनी जरूरत होगी, उतना खाद्यान्न उपलब्ध है। मंत्री ने बताया कि, ऐसी परिस्थितियों में कई बार गांव खाली कराए जाते हैं तो ऐसे में हम यह आकलन भी कर रहे हैं कि वहां अभी कौन-सी फसल बोई जाती है, जिसके लिए बीज और प्लांटिंग मटेरियल भी हम तैयार रखेंगे। यदि थोड़ी-बहुत लेट भी बोवनी होती है तो उस परिस्थिति में उन्हें क्या आवश्यकता होगी, उसकी चिंता भी हम करेंगे। हम जम्मू-कश्मीर और पंजाब जैसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी चर्चा करेंगे और अधिकारियों के स्तर पर भी संवाद होगा कि उन्हें किन चीजों की इन परिस्थितियों में जरूरत है, उसका भी इंतजाम करके रखेंगे।
शिवराज सिंह ने बताया कि, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने भी तय किया है कि ऐसी परिस्थितियों में कहीं से यदि हमारे भाई-बहन आते हैं तो रोजगार की व्यवस्था तत्काल कर दी जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश हर दिशा में आगे बढ़ रहा है और देश पूरी तरह से तैयार है, जिनके साथ कृषि और ग्रामीण विकास विभाग भी तैयार है। हमारे अधिकारी-कर्मचारी रक्तदान भी करना चाहते हैं। 14 मई को केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी रक्तदान करेंगे, इस समय हम सभी केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से भी देश सेवा के लिए तत्पर हैं।