Opration Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को बड़ा सम्मान देने के लिए राजस्थान के इस जिले में अनोखी पहल, जानेंगे तो करेंगे सलाम - Sampann Bharat News (झुंझुनूं)

राजस्थान के झुंझुनूं जिले में 'ऑपरेशन सिंदूर' के सम्मान में तीन बच्चों का नाम 'सिंदूर' रखा गया। परिवारों ने सेना के प्रति दिखाई अनूठी श्रद्धा। जानें पूरी खबर।

Opration Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को बड़ा सम्मान देने के लिए राजस्थान के इस जिले में अनोखी पहल, जानेंगे तो करेंगे सलाम - Sampann Bharat News (झुंझुनूं)

Opration Sindoor: झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान तीन बच्चों का जन्म हुआ। देशभक्ति से प्रेरित होकर उनके परिवारों ने उनका नाम 'सिंदूर' रखा है। इन परिवारों की सेना के प्रति गहरी श्रद्धा जताते हुए यह फैसला लिया है। वे चाहते हैं कि उनके बच्चे बड़े होकर देश की सेवा करें।

झुंझुनूं: एक ओर भारतीय सेना 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंक के खिलाफ करारा प्रहार कर रही थी। उसी समय देश के राजस्थान राज्य में सर्वाधिक सैनिकों एवं शहीदों के जिले के रुप मे विख्यात झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ कस्बे में तीन बच्चों का जन्म हुआ। दिलचस्प बात यह रही कि इन तीनों नवजातों का नाम उनके परिजनों ने 'सिंदूर' रख दिया है।

यह कोई साधारण नामकरण नहीं था, बल्कि देशभक्ति, बलिदान और सेना के शौर्य को समर्पित एक भावनात्मक फैसला था। इन बच्चों की माताओं और परिवारजनों ने कहा, 'हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे बड़े होकर सेना में जाएं, देश के काम आएं। उनका नाम ही उन्हें हमेशा याद दिलाता रहेगा कि वे किस दिन और किन हालात में पैदा हुए थे।'

ऑपरेशन सिंदूर की गर्जना, नवलगढ़ में गूंजी देशभक्ति

7 मई की सुबह जब देशभर में 'ऑपरेशन सिंदूर' की चर्चा हो रही थी, उसी वक्त सीकर जिले के बेरी गांव की सीमा ने नवलगढ़ अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। सीमा का परिवार पहले से ही सैन्य पृष्ठभूमि से जुड़ा है। उनके पिता हवलदार रह चुके हैं। बेटे का नाम 'सिंदूर' रखने के पीछे सीमा की भावना स्पष्ट है कि 'हमारे देश की महिलाओं का सिंदूर मिटा, तो सेना ने जवाब दिया। मैं चाहती हूं मेरा बेटा भी ऐसा ही जाबांज बने।'

बेटी को भी मिला 'सिंदूर' नाम

कसैरू गांव निवासी कंचन ने भी अपनी नवजात बेटी का नाम 'सिंदूर' रखा। उनका कहना है कि बेटियां भी आज हर क्षेत्र में आगे हैं, तो देश सेवा में क्यों पीछे रहें? "हमारी बेटी का नाम देश की सेना की बहादुरी से जुड़ा रहेगा, ये गर्व की बात है।"झाझड़ की संजू ने भी बेटे को दिया वही नाम6 मई को झाझड़ गांव की संजू ने भी बेटे को जन्म दिया और उसी दिन फैसला लिया— उसका नाम 'सिंदूर' होगा। संजू ने कहा, 'हमारे घर में भी आर्मी से जुड़ा सदस्य है, और अब मेरा बेटा भी उस परंपरा को आगे बढ़ाएगा।'

अस्पताल बना देशभक्ति का केंद्र, स्टाफ भी भावुकनवलगढ़ जिला अस्पताल की नर्स संपत देवी खुद फौजी परिवार से हैं। उन्होंने बताया कि तीनों डिलीवरी ऑपरेशन से हुईं। जब परिजनों ने बच्चों का नाम 'सिंदूर' बताया, तो स्टाफ भी गर्व से भर गया। डॉक्टर जितेंद्र चौधरी ने इसे 'लोगों की सच्ची भावना और सेना के प्रति सम्मान' बताया।