कानपुर में मां की बेरहमी से हत्या: गाना सुनने से रोकने पर 12वीं के बेटे ने दिया वारदात को अंजाम

कानपुर के रावतपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ 12वीं के एक छात्र ने गाना सुनने से रोकने पर अपनी मां की हत्या कर दी और शव को बेड में छिपा दिया। पुलिस पूछताछ में बेटे ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

कानपुर में मां की बेरहमी से हत्या: गाना सुनने से रोकने पर 12वीं के बेटे ने दिया वारदात को अंजाम
बेटे ने मां की हत्या कर बेड में डाला

कानपुर के रावतपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ 12वीं क्लास में पढ़ने वाले एक बेटे ने गाना सुनने से रोकने पर अपनी माँ की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को बेड में छिपा दिया था। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब मृतक महिला का छोटा बेटा स्कूल से घर लौटा और उसने अपनी माँ को ढूँढना शुरू किया।


कैसे हुई घटना का खुलासा?

मृतक महिला उर्मिला राजपूत के बड़े बेटे ने कथित तौर पर पहले दुपट्टे से गला घोंटकर अपनी माँ की हत्या कर दी और फिर शव को बेड के अंदर डाल दिया। जब उर्मिला का छोटा बेटा स्कूल से लौटा और माँ को ढूँढने लगा, तो उसने अपने बड़े भाई से पूछा, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला। काफी देर ढूँढने के बाद छोटे बेटे ने बेड का एक हिस्सा थोड़ा सा उठा हुआ देखा। उसने बेड खोला, तो अंदर अपनी माँ का शव पड़ा हुआ था।

शव देखते ही आस-पास के लोग जुट गए। शुरुआत में यह दावा किया गया कि महिला की साँसें चल रही हैं। पुलिस ने आनन-फानन में उन्हें अस्पताल भेजा, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक की जाँच में सामने आया है कि बेटे ने गुस्से में आकर माँ की हत्या की है।


क्या था पूरा मामला?

कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में उर्मिला राजपूत एक व्यक्ति के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहती थीं। उनके दोनों बेटे भी उनके साथ रहते थे। जानकारी के अनुसार, उर्मिला का बड़ा बेटा, जो पहले पति से था, 12वीं क्लास में पढ़ता है, जबकि दूसरा बेटा 10वीं क्लास में पढ़ता है।

पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि दोनों बेटों के बीच घर के काम बांटे गए थे। घटना वाले दिन मंगलवार को छोटा बेटा स्कूल चला गया, जबकि बड़ा बेटा घर पर था। माँ ने बड़े बेटे से बर्तन धोने को कहा और खुद बीपी की दवा लेकर सोने चली गईं।


गाना बंद न करने पर माँ की हत्या!

एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि बेटा तेज आवाज में गाना सुन रहा था। उर्मिला का बीपी बढ़ा हुआ था, तो उन्होंने बेटे से गाना बंद करने को कहा। बेटा नहीं माना, तो उर्मिला ने स्पीकर तोड़ दिया। इस बात से बड़ा बेटा गुस्से में आ गया और उसने माँ को धक्का दे दिया। धक्के की वजह से माँ जमीन पर गिर गईं और उनकी नाक टूट गई। इससे बड़ा बेटा घबरा गया कि कहीं माँ सबको बता न दे, तो उसने दुपट्टे से माँ का गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को छिपाने के उद्देश्य से बेड के अंदर पैक कर दिया।


कुछ अनसुलझे सवाल

दोपहर में जब छोटा बेटा स्कूल से वापस आया, तो उसने माँ को ढूँढा और बेड के पास दुपट्टा फंसा देखा। बेड खोलने पर माँ का शव अंदर मिला। छोटे बेटे को लगा कि माँ की साँस चल रही है, तो उसने तुरंत अपने मामा और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने उर्मिला को अस्पताल पहुँचाया, जहाँ डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एसीपी रंजीत कुमार के अनुसार, अभी तक की पूछताछ में बड़े बेटे ने गुस्से में माँ की हत्या करने की बात कबूल की है। हालाँकि, मृतका की बहन ने उर्मिला के साथ रहने वाले व्यक्ति पर भी हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस का मानना है कि मृतका की बहन अपने भांजे को बचाने के लिए ऐसा कह रही है। इस मामले में अभी भी कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब नहीं मिल सके हैं:

  • उर्मिला का वजन लगभग 90 किलो था। क्या एक 12वीं के छात्र के लिए यह संभव है कि इतने भारी शरीर को बेड के अंदर पैक कर पाए?
  • मृतका की बहनों द्वारा लिव-इन पार्टनर पर लगाए गए आरोपों की भी जाँच की जाएगी।

यह घटना परिवारिक संबंधों की जटिलताओं और गुस्से के भयावह परिणामों को दर्शाती है।