ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक, LOC पर बरसा रहा आग का गोला, 15 नागरिकों की दर्दनाक मौत
"ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान, LOC पर बरसा रहा आग का गोला, 15 नागरिकों की दर्दनाक मौत। भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब।"

जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। अपनी जमीन पर आतंकी ठिकानों के खाक होने से बौखलाए पाकिस्तानी सेना के जवान अब नियंत्रण रेखा (LoC) पर अपनी कायराना हरकतें दिखा रहे हैं। बीती रात से ही जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार इलाकों में LOC के पास बसे गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की जा रही है, जिसमें अब तक चार मासूम बच्चों समेत कम से कम 15 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है, जबकि 43 अन्य बुरी तरह से घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने इस हृदयविदारक घटना की जानकारी दी है।
यह अंधाधुंध गोलाबारी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के तुरंत बाद शुरू हुई। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों को भारतीय सेना ने धूल में मिला दिया है, जिसमें कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इस करारी चोट से पाकिस्तान बुरी तरह से तिलमिला उठा है और अब LOC पर आम नागरिकों को निशाना बनाकर अपनी बौखलाहट निकाल रहा है।
अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती निवासियों में दहशत:
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से की जा रही इस अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले मासूम लोगों में दहशत का माहौल है। उन्हें अपनी जान बचाने के लिए भूमिगत बंकरों में छिपने या अपने गांवों के भीतर और बाहर सुरक्षित स्थानों की तलाश करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक कि पुंछ जिला मुख्यालय से भी गोलाबारी की खबरें आ रही हैं। इस नापाक हरकत के चलते दर्जनों आवासीय मकान और वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले कुछ निर्दोष नागरिकों की पहचान बलविंदर कौर उर्फ रूबी (33), मोहम्मद जैन खान (10), उसकी बड़ी बहन जोया खान (12), मोहम्मद अकरम (40), अमरीक सिंह (55), मोहम्मद इकबाल (45), रणजीत सिंह (48), शकीला बी (40), अमरजीत सिंह (47), मरियम खातून (7), विहान भार्गव (13) और मोहम्मद रफी (40) के रूप में हुई है। इन मासूमों और निर्दोषों की मौत ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है।
उरी सेक्टर में भी गोलाबारी, कई घायल:
बारामूला जिले के उरी सेक्टर में भी सीमा पार से हुई गोलाबारी में पांच नाबालिग बच्चों सहित 10 लोग घायल हो गए हैं, जबकि राजौरी जिले में भी तीन अन्य नागरिकों के घायल होने की खबर है। कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई, जिससे लोगों को भारी नुकसान हुआ है। दोपहर तक सीमा पार से गोलाबारी तेज रही, जो बाद में रुक-रुक कर जारी रही। हालांकि, यह गोलीबारी मुख्य रूप से पुंछ सेक्टर तक ही सीमित रही, लेकिन इसने सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हर व्यक्ति को दहशत में डाल दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि भारी गोलाबारी के कारण लोगों को और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गोलाबारी की चपेट में पुंछ बस स्टैंड भी आ गया, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पहले रक्षा प्रवक्ता ने जानकारी दी थी कि छह और सात मई की मध्यरात्रि के दौरान पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अपनी चौकियों से अंधाधुंध तरीके से गोलीबारी की, जिसमें भारी तोपों का भी इस्तेमाल किया गया।
भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब:
भारतीय सेना पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। सेना के सूत्रों ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने दुश्मन सेना की कई चौकियां तबाह कर दी हैं और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है। सूत्रों के अनुसार, अंतिम रिपोर्ट मिलने तक पुंछ सहित कुछ सेक्टरों में दोनों पक्षों के बीच सीमा पार से गोलीबारी जारी थी। इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया है।
संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान आज बंद रहेंगे।" भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, "पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र के भीमबेर गली में गोलाबारी करके एक बार फिर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना इसका उचित तरीके से जवाब दे रही है।"
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी 2021 को संघर्ष-विराम समझौते का नवीनीकरण किए जाने के बाद से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं काफी कम हो गई थीं। लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' से बौखलाए पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी पुरानी हरकतों को दोहराना शुरू कर दिया है, जिसमें निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
यह घटना पाकिस्तान की कायरता और उसकी आतंकी मानसिकता को एक बार फिर उजागर करती है। एक तरफ भारतीय सेना आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान LOC पर निर्दोष नागरिकों की जान ले रहा है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि पाकिस्तान आतंकवाद को किस हद तक बढ़ावा देता है और शांति की राह में कितना बड़ा रोड़ा है। भारत को इस स्थिति का दृढ़ता से मुकाबला करना होगा और सीमावर्ती नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।