उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के दौरान भूस्खलन में जौनपुर के पिता-बेटी की मौत

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर गए जौनपुर के हरिशंकर गुप्ता और उनकी सात साल की बेटी ख्याति की यमुनोत्री धाम से लौटते समय भूस्खलन में दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे के बाद परिजनों में मातम पसर गया है।

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के दौरान भूस्खलन में जौनपुर के पिता-बेटी की मौत
उत्तराखंड में बेटी के साथ चारधाम दर्शन करने गए जौनपुर के युवक और उनकी बेटी की लैंडस्लाइड में मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजन शव लेने के लिए हरिद्वार के लिए निकल चुके हैं. दरअसल, मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के साहबगंज मोहल्ले में रहने वाले हरिशंकर गुप्ता 20 जून को अपनी सात साल बेटी के साथ चार धाम यात्रा पर हरिद्वार गए थे. उनके साथ उनके रिश्तेदार समेत कई अन्य लोग भी साथ गए थे. सोमवार को सभी लोग यमुनोत्री धाम से यात्रा करके लौट रहे थे कि अचानक नौकैंची के पास पहुंच

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर गए जौनपुर के एक युवक और उनकी सात साल की बेटी की भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की चपेट में आने से मौत हो गई है. इस दर्दनाक खबर के मिलते ही जौनपुर स्थित उनके परिजनों में कोहराम मच गया. परिजन शव लेने के लिए हरिद्वार रवाना हो चुके हैं.


चारधाम यात्रा के दौरान हुआ हादसा

जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के साहबगंज मोहल्ले में रहने वाले हरिशंकर गुप्ता 20 जून को अपनी सात साल की बेटी ख्याति के साथ चारधाम यात्रा पर हरिद्वार गए थे. उनके साथ उनके रिश्तेदार और कई अन्य लोग भी थे. सोमवार को सभी लोग यमुनोत्री धाम से यात्रा करके लौट रहे थे. इसी दौरान नौकैंची के पास पहुंचते ही वे हादसे का शिकार हो गए. पैदल चलते समय अचानक हुए भूस्खलन में पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा उनके ऊपर आ गिरा. इस घटना में पिता-बेटी समेत कई अन्य लोग भी दबकर घायल हो गए.


रेस्क्यू ऑपरेशन और मौत की पुष्टि

हादसे के तुरंत बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया. काफी मशक्कत के बाद मलबे से हरिशंकर और उनकी मासूम बेटी ख्याति के शव बरामद किए गए. सोमवार देर रात हरिद्वार जिला प्रशासन ने परिजनों को इस दुखद घटना की सूचना दी.


परिवार में मातम का माहौल

हरिशंकर के भाई अभय गुप्ता ने जैसे ही भाई और भतीजी की मौत की खबर सुनी, वे रो पड़े. पूरे परिवार में मातम पसर गया है. मौत की खबर मिलने के बाद से ही हरिशंकर की पत्नी मिथिलेश और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मिथिलेश अपने चार साल के बेटे हार्दिक और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पति और बेटी का शव लेने के लिए हरिद्वार के लिए निकल चुकी हैं. पड़ोसियों ने बताया कि शव को वहाँ से लाना संभव नहीं हो पाएगा, इसलिए हरिद्वार में ही अंतिम संस्कार किया जा सकता है. फिलहाल, भूस्खलन में पिता-पुत्री की मौत के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है.

क्या आप उत्तराखंड में भूस्खलन से जुड़ी अन्य घटनाओं के बारे में जानना चाहेंगे?