अंबेडकरनगर: भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष का थाने में हंगामा, पुलिस पर बदसलूकी का आरोप; वायरल हुआ वीडियो

अंबेडकरनगर में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए थाने में धरना दिया, जिसके बाद महिला आरक्षियों ने उन्हें उठाया। घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, और मामला तालाब विवाद से जुड़ा है।

अंबेडकरनगर: भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष का थाने में हंगामा, पुलिस पर बदसलूकी का आरोप; वायरल हुआ वीडियो

अंबेडकरनगर, उत्तर प्रदेश: अंबेडकरनगर के महरुआ थाने में मंगलवार को भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह ने जमकर हंगामा किया। रिंकल सिंह ने पुलिस पर उनके साथ बदसलूकी करने वालों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए थाने पर ही धरना दे दिया। हालांकि, बाद में महिला आरक्षियों ने उन्हें धरने से उठाकर घर भेज दिया, लेकिन आरोप है कि इस दौरान उनके साथ फिर से बदसलूकी की गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अमर उजाला इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।


थाने में फूट-फूटकर रोईं जिलाध्यक्ष

रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह ने थाने में ही फूट-फूटकर रोते हुए आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट करने वाले आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। शिकायत करने के बावजूद जब कोई एक्शन नहीं लिया गया, तो रिंकल सुबह 8 बजे थाने पहुंच गईं और धरने पर बैठ गईं। कुछ देर बाद उनके पति भी वहां पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।

करीब 10 बजे किछौछा चेयरमैन ओमकार गुप्ता भी रिंकल के समर्थन में थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने विनय सिंह उर्फ शिंपू सिंह को हिरासत में लेकर शांतिभंग में चालान कर दिया। इसके बावजूद रिंकल सिंह धरना खत्म करने को तैयार नहीं हुईं और अन्य आरोपियों पर भी कार्रवाई की मांग करती रहीं।


पुलिस पर बदसलूकी और वायरल वीडियो का आरोप

मामला बढ़ता देख संगठन के पदाधिकारियों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद महिला थानाध्यक्ष ज्योति वर्मा महिला आरक्षियों के साथ मौके पर पहुंचीं और रिंकल को धरने से उठाकर उनके घर छोड़ा। रिंकल सिंह का आरोप है कि उन्हें वाहन में बैठाने के दौरान महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी भी की। इस जबरन बैठाने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। कटेहरी विधायक धर्मराज निषाद भी थाने पहुंचे, लेकिन तब तक पुलिस रिंकल को लेकर जा चुकी थी। जानकारी के अनुसार, घर पहुंचने के बाद रिंकल की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाना पड़ा।


क्या है पूरा मामला?

महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष के मुताबिक, उनके गांव में एक सरकारी तालाब है जिसका उपयोग मछली पालन के लिए दीपक सिंह, उसके भाई अवनीश सिंह और राजन सिंह कर रहे हैं। इस तालाब के रास्ते से बारिश का पानी दूसरे तालाब में निकलता है, जिससे गांव में जलभराव नहीं होता। 22 जून को आरोपियों ने तालाब पर बांध बनाना शुरू कर दिया। कुछ ग्रामीणों की शिकायत पर रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह मौके पर पहुंचे, जहाँ उन्हें गालियाँ दी गईं। इसके बाद आरोपियों ने उनके घर में घुसकर पिटाई की और पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी। रिंकल ने पुलिस पर उनकी मूल तहरीर बदलने का भी आरोप लगाया है।


पुलिस का बयान

एएसपी पश्चिमी हरेंद्र कुमार का कहना है कि तहरीर के आधार पर जो केस दर्ज हुआ है, उसमें जेल भेजने की धारा शामिल नहीं है। उन्होंने बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर शांतिभंग में चालान कर दिया गया है और महिला मोर्चा अध्यक्ष को महिला थानाध्यक्ष के साथ उनके घर भिजवा दिया गया है।