पुतिन का भारत दौरा पक्का! पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकारा, हाई लेवल मीटिंग से बढ़ेगी दोस्ती

"पुतिन का भारत दौरा पक्का! पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार किया, हाई लेवल मीटिंग से बढ़ेगी दोनों देशों की दोस्ती, आतंकवाद पर होगी बात।"  

पुतिन का भारत दौरा पक्का! पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकारा, हाई लेवल मीटिंग से बढ़ेगी दोस्ती

                                                                             पीएम मोदी के बुलाने पर भारत आएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। दोनों नेताओं के बीच हाल ही में फोन पर हुई बातचीत में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जोर दिया गया। क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) ने इस बात की पुष्टि की है कि पुतिन भारत के वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।  

क्रेमलिन के अनुसार, पुतिन और पीएम मोदी की बातचीत में दोनों नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ बिना किसी समझौते के लड़ने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने रूस और भारत के रणनीतिक संबंधों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि किसी भी बाहरी ताकत का इन संबंधों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। दोनों देशों के रिश्ते हमेशा मजबूत होते रहेंगे।

पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति को भारत आने का निमंत्रण दिया था, जिसे पुतिन ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया है। बयान में कहा गया है कि रूस और भारत के बीच गहरी दोस्ती है और दोनों देश हर क्षेत्र में एक-दूसरे का समर्थन करते रहेंगे।

पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर बात करते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को फोन करके हमले की कड़ी निंदा की और निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने का वादा किया और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही।  

दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं और उन्हें इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।  

हालांकि, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कथित तौर पर 9 मई को मॉस्को में आयोजित होने वाले विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने से इनकार कर दिया है। पहले उम्मीद थी कि पीएम मोदी रूस के विजय दिवस समारोह में शामिल होंगे। उनके न जाने के पीछे कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा स्थिति के कारण ऐसा हुआ है।

पुतिन के भारत दौरे से दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूती मिलेगी, जिससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देशों का सहयोग और बढ़ेगा।