कन्नौज में खूनी प्रेम प्रसंग का अंत: पंचायत में माफी मांगी, फिर प्रेमिका की हत्या कर खुद भी दे दी जान
कन्नौज में प्रेमिका की शादी तय होने से नाराज़ एक युवक ने पंचायत में माफी मांगने के बाद देर रात घर में घुसकर प्रेमिका की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद भी जान दे दी। यह घटना तीन साल पुराने प्रेम प्रसंग का दर्दनाक अंत है।

कन्नौज, उत्तर प्रदेश: कन्नौज में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक युवक ने बीएससी छात्रा की हत्या करने के बाद खुद भी अपनी जान दे दी। यह वारदात प्रेमिका की शादी तय होने से नाराज़ प्रेमी ने रविवार देर रात करीब तीन बजे अंजाम दी। उसने अपने रिटायर्ड फौजी पिता की लाइसेंसी बंदूक से पहले प्रेमिका के सिर में गोली मारी, फिर खुद को भी गोली मारकर तीन साल से चल रहे प्रेम प्रसंग का अंत कर दिया।
पंचायत के बाद खूनी खेल
दरअसल, रविवार को प्रेमिका दीप्ति (21) और प्रेमी देवांशू (23) के परिजनों के बीच एक पंचायत हुई थी। इस पंचायत में देवांशू ने परिजनों के दबाव में दीप्ति से सारे संबंध खत्म कर माफी मांगी थी। हालाँकि, पंचायत के कुछ ही देर बाद उसके हृदय में प्रेम जागा तो शाम को उसने दीप्ति के फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका नंबर ब्लॉक होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया। इस बात से बौखलाए देवांशू ने देर रात दीप्ति के घर पहुंचकर उसकी हत्या कर दी और फिर खुद को भी गोली मारकर इस खूनी प्रेम कहानी का अंत कर दिया।
तीन साल पुरानी प्रेम कहानी
सौरिख के कुठला गाँव निवासी महिपाल सिंह यादव के बेटे देवांशू और पड़ोस के गाँव सुल्तानपुर के अशोक पाल की बेटी दीप्ति के बीच तीन साल पहले प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था। दीप्ति सौरिख के एक महाविद्यालय में बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा थी, और देवांशू भी सकरावा स्थित महाविद्यालय में बीएससी फाइनल ईयर का छात्र था। पढ़ाई के लिए महाविद्यालय आते-जाते दोनों एक-दूसरे के संपर्क में आए थे और सौरिख के एक निजी कोचिंग सेंटर में भी साथ पढ़ते थे। दीप्ति के पिता अशोक कुमार को जब बेटी के प्रेम प्रसंग की भनक लगी तो उन्होंने रविवार को पंचायत बुलाई।
धमकी की अनदेखी और जानलेवा चूक
दीप्ति की शादी तय होने की जानकारी होने पर देवांशू ने तालग्राम के क्लीनिक में काम करने वाले आकाश के पास जाकर उसे शादी न करने के लिए धमकाया था और शादी करने पर हत्या की धमकी भी दी थी। आकाश ने इसकी जानकारी दीप्ति के पिता अशोक को दे दी थी। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि अगर अशोक कुमार ने पंचायत के माध्यम से मामला निपटाने के बजाय उसी दिन पुलिस को सूचना दे दी होती तो शायद दोनों की जान बच सकती थी। हालाँकि, रविवार को दोनों परिवारों के बीच हुई पंचायत में देवांशू के माफी मांगने और दीप्ति से कभी न मिलने की बात कहने पर दोनों परिवार निश्चिंत हो गए थे।
वारदात का तरीका और पुलिस की कार्रवाई
रविवार देर रात करीब तीन बजे देवांशू अपने घर से पिता की लाइसेंसी बंदूक लेकर सुल्तानपुर पहुँचा। वह दीप्ति के मकान की छत पर चढ़कर घर में घुस गया और एक कमरे में चारपाई पर छोटी बहन दीपांशु के साथ सो रही दीप्ति के सिर पर बंदूक सटाकर गोली मार दी। पोस्टमार्टम में दीप्ति के सिर से गोली आर-पार हो गई थी।
हत्या के बाद देवांशू छत के रास्ते भाग निकला और प्रेमिका के घर से करीब 20 मीटर दूर स्थित एक तालाब के पास जाकर खुद को सिर में गोली मार ली। इससे उसका भेजा उड़ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। देवांशू के सिर में गोली फंसी हुई थी, जिससे साफ है कि उसने खुद को गोली कुछ दूरी से मारी होगी।
वारदात की जानकारी मिलते ही देवांशू के परिवार वाले घर पर ताला डालकर भाग गए। कन्नौज के पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि छात्रा के पिता की तहरीर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है और वारदात में प्रयुक्त बंदूक जब्त कर ली गई है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद दीप्ति के शव का कन्नौज के महादेवी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया, जबकि देवांशू का गाँव में ही अंतिम संस्कार किया गया। मामले की गहन जांच की जा रही है।