भारत-पाकिस्तान तनाव: पाकिस्तान की गीदड़ भभकी की खुली पोल, युद्ध का खतरा बढ़ा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाया, लेकिन भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया। युद्ध का खतरा बढ़ा।

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका एक बार फिर बढ़ गई है। भारतीय सैन्य बलों ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया और ड्रोन हमलों द्वारा पाकिस्तान के रक्षात्मक ढांचे को तहस-नहस कर दिया।
पाकिस्तान के खिलाफ की गई भारतीय कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के रावलपिंडी और कराची में धमाके किए और पाकिस्तान की प्रमुख सुरक्षा प्रणालियों को निशाना बनाया। इन घटनाओं के बाद युद्ध का खतरा अब स्पष्ट रूप से मंडराने लगा है।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
7 मई को भारतीय सैन्य बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी शिविरों को निशाना बनाते हुए 24 मिसाइलों से हमला किया। इस हमले ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को हिलाकर रख दिया। भारतीय सेना के मुताबिक, पाकिस्तान ने बदले में मिसाइल और रॉकेट दागे, लेकिन भारत की प्रतिरक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
भारत ने लाहौर में पाकिस्तान की एचक्यू9 सुरक्षा प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान के विभिन्न शहरों जैसे रावलपिंडी, कराची और लाहौर में कई धमाके हुए। भारत की सैन्य ताकत ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत किसी भी प्रकार के उकसावे का जवाब देने के लिए तैयार है।
भारत की प्रतिक्रिया: सुरक्षा को प्राथमिकता
भारत ने अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पाकिस्तान की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी है। भारतीय नौसेना ने कराची को घेरने के लिए समुद्री क्षेत्र ब्लॉक कर दिया है और एस-400 व आकाश मिसाइल प्रणाली को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया है। वायु सेना को भी तैयार रखा गया है, और सभी प्रमुख अड्डों पर लड़ाकू विमान तैनात किए गए हैं।
इसके अलावा, भारतीय सैन्य बलों ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी है। इन इलाकों में भारतीय सुरक्षा बल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। भारतीय सरकार ने इस स्थिति पर गहरी निगरानी बनाए रखी है और सैन्य बलों को उच्च स्तर की सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली की कमजोरी
पाकिस्तान ने भारतीय हमलों का जवाब देने के लिए कई मिसाइलों और रॉकेटों का इस्तेमाल किया, लेकिन भारतीय प्रतिरक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया। भारत के मिसाइल रक्षा तंत्र ने पाकिस्तान की मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की असली तस्वीर सामने आ गई।
भारत ने पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय, रावलपिंडी के पास ड्रोन हमले किए और इस हमले ने पाकिस्तान की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली के कमजोर होने की वजह से भारत को जवाबी हमलों में सफलता मिली और पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा नीतियों पर पुनर्विचार करना पड़ा।
???????? भारत का अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण: हमलावर नहीं, पर जवाब देने को तैयार
भारत की सरकार ने साफ कहा है कि वह किसी भी युद्ध की शुरुआत नहीं चाहती, लेकिन अगर पाकिस्तान ने कोई नापाक हरकत की तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत किसी तरह की लड़ाई नहीं चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ा तो भारतीय सेना तैयार है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठकें की हैं और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है। इस दौरान विपक्षी दलों ने भी भारत सरकार के साथ एकजुटता दिखाई और युद्ध के खिलाफ अपनी स्थिति स्पष्ट की।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया: युद्ध की संभावना पर चिंता
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है। अमेरिका ने पाकिस्तान में रहने वाले अपने नागरिकों से कहा है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। वहीं, इस्राइल ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर जाने से बचने की सलाह दी है।
इसके अलावा, कई अन्य देशों ने भी पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध की संभावना को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है और दोनों देशों से कूटनीतिक समाधान की अपील की है। यह स्थिति बहुत ही नाजुक बनी हुई है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को उम्मीद है कि दोनों देश किसी भी प्रकार के सैन्य संघर्ष से बचने के लिए बातचीत करेंगे।