आतंक के खिलाफ भारत का 'सप्त-रथ': जापान से गूंजेगी 'ऑपरेशन सिंदूर' की दहाड़, पाक होगा बेनकाब

जद(यू) सांसद संजय झा के नेतृत्व में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत के विचारों से अवगत कराने के लिए जापान रवाना। अन्य देशों का भी दौरा करेगा।

आतंक के खिलाफ भारत का 'सप्त-रथ': जापान से गूंजेगी 'ऑपरेशन सिंदूर' की दहाड़, पाक होगा बेनकाब

बिहार के जद(यू) सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जापान के लिए रवाना हुआ। इस उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद और हाल ही में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारत के विचारों से जापान को अवगत कराना है। इस कूटनीतिक पहल के तहत, प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर जैसे महत्वपूर्ण देशों का भी दौरा करेगा।

इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के अनुभवी नेता शामिल हैं, जो आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की राष्ट्रीय एकता को प्रदर्शित करते हैं। भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रधान बरुआ और हेमंग जोशी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीआई(एम) के जॉन ब्रिटास और पूर्व राजदूत मोहन कुमार इस महत्वपूर्ण मिशन का हिस्सा हैं।

यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान पहलगाम आतंकी हमले के बाद चार दिनों तक चले सैन्य अभियानों के बाद 10 मई को संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचे थे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई थी।

प्रतिनिधिमंडल के नेता संजय झा ने रवाना होने से पहले एएनआई को बताया कि उनकी टीम का मुख्य कार्य राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के असली चेहरे को दुनिया के सामने लाना है। उन्होंने जोर देकर कहा, "सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि आतंकवाद पाकिस्तान की सरकारी नीति बन चुका है। इस पूरे प्रतिनिधिमंडल का काम पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर करना है। पाकिस्तान का पूरा तंत्र आतंकवाद को प्रायोजित करता है और आतंकवाद पूरी तरह से राज्य के समर्थन से ही पनपता है।"

सीपीआई(एम) के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने आतंकवाद पर भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए दुनिया के देशों के साथ खड़े होने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, "हमारा प्रतिनिधिमंडल अब जापान के लिए रवाना हो रहा है। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि यह भारत का संदेश देने के लिए एक सार्वजनिक कूटनीतिक प्रयास है कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना होगा और यह सही समय है कि देशों को आतंकवाद के खिलाफ अपनी चिंताओं में भारत के साथ एकजुट होने की जरूरत है।"

भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने इस यात्रा को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के एकजुट रुख को अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचाने की एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उन्होंने कहा, "देश के एक नागरिक के तौर पर मैं कह सकती हूं कि पीएम मोदी की सरकार द्वारा लगभग 33 देशों में 7 प्रतिनिधिमंडल भेजना एक बेहद सोची-समझी कवायद है और इसका मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सीमा पार आतंकवाद पर भारत के स्पष्ट रुख से अवगत कराना है।"

इसके अतिरिक्त, शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक अन्य प्रतिनिधिमंडल भी संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन जैसे अफ्रीकी देशों के लिए रवाना होगा, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की कूटनीतिक पहुंच को और व्यापक बनाएगा। यह 'सप्त-रथ' यानी सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों की यह पहल आतंकवाद के खिलाफ भारत की एक बड़ी कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करना और आतंकवाद के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाना है। जापान से शुरू हुई यह यात्रा आने वाले दिनों में वैश्विक मंच पर भारत की आवाज को और बुलंद करेगी।