लखनऊ में बनेगी वर्ल्ड-क्लास आईटी सिटी: हजारों नौकरियों और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर का वादा
लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी की IT सिटी स्कीम के तहत इन्वेस्ट यूपी के जरिए IT, AI और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के इनवेस्टर्स को जमीन दी जाएगी। जानें स्कीम की पूरी डिटेल।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब सिर्फ प्रशासनिक केंद्र नहीं, बल्कि आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का हब बनने जा रही है। इन्वेस्ट यूपी योजना के अंतर्गत लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी (LDA) द्वारा विकसित की जा रही नई आईटी सिटी स्कीम आने वाले वर्षों में हजारों लोगों के लिए रोजगार, निवेश के अवसर और आधुनिक जीवनशैली का केंद्र बनेगी। शनिवार को मोहारी खुर्द गांव में इस महत्वाकांक्षी योजना का साइट ऑफिस बनना शुरू हो गया है, जिससे परियोजना ने जमीन पर उतरना शुरू कर दिया हैइन्वेस्ट यूपी: आईटी, एआई और सॉफ्टवेयर के निवेशकों को लैंड ऑफर
LDA के इस मेगा प्रोजेक्ट में IT, AI और सॉफ्टवेयर सेक्टर के निवेशकों को सीधे लैंड अलॉट की जाएगी। इसका उद्देश्य है राज्य में तकनीकी निवेश को बढ़ावा देना और उत्तर भारत में एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी हब विकसित करना।
LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के मुताबिक:
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यह प्रोजेक्ट 1696 एकड़ में फैला होगा।
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सुल्तानपुर नेशनल हाईवे और किसान पथ के बीच का क्षेत्र चुना गया है।
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इसमें 11 गांवों की भूमि ली जा रही है, जिनमें बक्कास, सोनई कंजेहरा, रकीबाबाद और मोहारी खुर्द शामिल हैं।
रेजिडेंशियल प्लॉट्स और वर्ल्ड-क्लास फैसिलिटीज
इस योजना के तहत लगभग 4000 रेजिडेंशियल प्लॉट्स विकसित किए जाएंगे:
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साइज: 72 से 1250 स्क्वायर मीटर।
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सबसे अधिक: 1800 प्लॉट्स 200 स्क्वायर मीटर के होंगे।
लक्ष्य: प्राइवेट इनवेस्टमेंट को आकर्षित करना, हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना और नागरिकों को बेहतर जीवन देनाइंडस्ट्रियल और कमर्शियल ज़ोन
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350 एकड़ में इंडस्ट्रियल एरिया होगा।
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60 एकड़ कमर्शियल एरिया रिजर्व किया गया है।
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साथ ही ग्रीन बेल्ट में गोल्फ सिटी, 15 एकड़ की वाटर बॉडी, और इको-फ्रेंडली सुविधाएं होंगी।
हाइटेक टेक्नोलॉजी और रोजगार की बाढ़
प्रथमेश कुमार ने बताया कि यहां इन सुविधाओं की योजना है:
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हाईटेक टेक्नोलॉजी पार्क
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ग्लोबल बिजनेस पार्क
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साइंस-इंजीनियरिंग इक्विपमेंट ज़ोन
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सुपर स्पेशलिटी मेडिकल ज़ोन
इनसे हजारों नौकरियों के अवसर उत्पन्न होंगे। इन्वेस्ट यूपी के तहत देश-विदेश के इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने की रणनीति है।
लैंड एक्विजिशन और साइट निर्माण
संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह के अनुसार:
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4 गांवों के 23 ज़मीन मालिकों ने लैंड पूलिंग के तहत 265 बीघा ज़मीन देने की पेशकश की है।
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मोहारी खुर्द में 46 बीघा जमीन का पजेशन लिया जा चुका है और साइट ऑफिस का कार्य शुरू हो गया है।
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अन्य गांवों में भी जल्द ही एग्रीमेंट्स होंगे।
अवैध प्लॉटिंग पर सख्ती
IT सिटी के प्रस्तावित 11 गांवों में एलडीए ने अब तक 29 अवैध प्लॉटिंग्स को ध्वस्त किया है। यह कदम प्रोजेक्ट की पारदर्शिता और वैधता बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
निष्कर्ष
लखनऊ की यह नई आईटी सिटी स्कीम न केवल तकनीकी निवेश को बढ़ावा देगी बल्कि हज़ारों युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खोलेगी। ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट प्लानिंग और इंटरनेशनल लेवल की फैसिलिटीज से यह क्षेत्र उत्तर भारत के सबसे उन्नत टेक्नोलॉजी हब्स में से एक बनने जा रहा है। LDA और इन्वेस्ट यूपी की यह पहल उत्तर प्रदेश को डिजिटल इंडिया की रीढ़ बना सकती है।