भारत-पाक टेंशन का असर: लखनऊ से रद्द होने लगे जम्मू के टिकट, ट्रेनों में वेटिंग घटी
भारत-पाक तनाव के कारण लखनऊ से जम्मू के टिकट रद्द, ट्रेनों में घटी वेटिंग। जम्मू में ब्लैकआउट के बाद यात्रा से कतरा रहे लोग। जानें पूरी खबर।

लखनऊ: भारत और पाकिस्तान के बीच गहराते तनाव का सीधा असर अब लोगों की यात्रा योजनाओं पर दिखने लगा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जम्मू की यात्रा पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। आलम यह है कि सामान्य दिनों में जहां ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल होता था, वहीं अब एक-दो दिन बाद की यात्रा के लिए भी वेटिंग लिस्ट घटकर महज आठ से दस तक पहुंच गई है। गुरुवार रात जम्मू में हुए ब्लैकआउट के बाद से यह स्थिति और भी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगी है।
चारबाग रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर ही अब तक 550 से ज्यादा टिकट कैंसिल हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन और अन्य स्टेशनों से बुक किए गए जम्मू की ट्रेनों के 1300 से अधिक टिकट रद्द कराए जा चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि समर स्पेशल ट्रेनों में भी सीटें खाली पड़ी हैं, जबकि गर्मियों की छुट्टियों में इन ट्रेनों में भारी भीड़ होती थी।
इन ट्रेनों में दिखी वेटिंग में कमी:
लखनऊ से हर शुक्रवार को जम्मू के लिए रवाना होने वाली समर स्पेशल ट्रेन संख्या 04609 में वर्तमान में 498 सीटें खाली हैं। वहीं, 12237 बेगमपुरा एक्सप्रेस में 20 मई तक स्लीपर क्लास की वेटिंग भी 40 से नीचे आ गई है। हालांकि, जून महीने में अभी भी कुछ वेटिंग दिख रही है, लेकिन भारत-पाक तनाव से पहले इन ट्रेनों में लगभग एक महीने तक लंबी वेटिंग लिस्ट चलती थी। टिकटों के लगातार कैंसिलेशन के कारण वेटिंग लिस्ट तेजी से नीचे आ रही है। यही हाल 15653 अमरनाथ एक्सप्रेस, 13151 कोलकाता जम्मूतवी एक्सप्रेस और 14611 गाजीपुर सिटी-कटड़ा एक्सप्रेस जैसी अन्य प्रमुख ट्रेनों का भी है, जो जम्मू की ओर जाती हैं।
हिमाचल और पंजाब से भी दूरी:
जम्मू जाने वाली सभी ट्रेनें पंजाब के पठानकोट और चक्की बैंक रेलवे स्टेशन से होकर गुजरती हैं। हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशनों पर घूमने जाने वाले पर्यटक भी अक्सर इन्हीं स्टेशनों पर उतरकर आगे सड़क मार्ग से जाते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव के कारण न केवल जम्मू-कश्मीर के हिल स्टेशनों की यात्रा करने वाले लोग अपने टिकट रद्द करवा रहे हैं, बल्कि हिमाचल प्रदेश की यात्रा करने वाले सैलानी भी फिलहाल दूरी बनाते नजर आ रहे हैं। यही मुख्य कारण है कि जम्मू जाने वाली प्रमुख ट्रेनों में वेटिंग घटने के साथ-साथ समर स्पेशल ट्रेनों में भी सीटें खाली रह जा रही हैं।
पंजाब जाने वाली ट्रेनों में भी घटी वेटिंग:
सिर्फ जम्मू ही नहीं, बल्कि पंजाब जाने वाली ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट में कमी आई है। व्यापारिक कार्यों से लुधियाना और जालंधर जैसे शहरों में जाने वाले लोगों की संख्या आमतौर पर मई और जून के महीनों में काफी अधिक होती है। ऐसे में पंजाब जाने वाली दुर्गियाना एक्सप्रेस, गंगा-सतलुज एक्सप्रेस, जलियांवाला एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस और हावड़ा-अमृतसर मेल जैसी ट्रेनों में टिकटों की वेटिंग लिस्ट काफी लंबी होती थी। लेकिन वर्तमान में गंगा-सतलुज एक्सप्रेस में वेटिंग 13-14, जलियांवाला एक्सप्रेस में 4 से 10, अमृतसर मेल में 9 से 12, सरयू-यमुना एक्सप्रेस में 7 से 9 और दुर्गियाना एक्सप्रेस में 2 से 17 तक ही वेटिंग दिखा रही है। इन ट्रेनों में वेटिंग कंफर्म होने की संभावना भी अब 70 से 80 प्रतिशत तक बढ़ गई है, जो पहले काफी कम होती थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच बने युद्ध जैसे माहौल का सीधा असर अब लोगों की यात्रा योजनाओं पर दिखने लगा है, खासकर उन क्षेत्रों की यात्राओं पर जो सीमा के करीब हैं या जहां तनाव का सीधा प्रभाव महसूस किया जा रहा है।