Opinion: धमाकों से दहल गया पूरा पाकिस्तान... ऑपरेशन सिंदूर की कीमत समझ गए होंगे मुनीर बाबू
"ओपिनियन: धमाकों से दहल गया पाकिस्तान... ऑपरेशन सिंदूर की कीमत समझ गए होंगे मुनीर बाबू। पहलगाम हमले का बदला, भारत का करारा प्रहार।"

नई दिल्ली: सनातन धर्म में सिंदूर का अटूट महत्व है, यह सुहागन महिला के सौभाग्य का प्रतीक है। जब-जब इस सिंदूर पर आंच आई है, तब-तब विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। आज, कुछ ऐसी ही तबाही पाकिस्तान में देखने को मिली है। 22 अप्रैल को पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में भारत की मासूम बहन-बेटियों का सुहाग बेरहमी से उजाड़ दिया था। इस आतंकी हमले से पूरा भारत कांप उठा था, और हर तरफ से एक ही आवाज गूंज रही थी - प्रधानमंत्री मोदी, हमारी बहनों के सिंदूर का बदला लीजिए, हम आपके साथ हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस जघन्य आतंकी हमले से गहरे दुखी थे। उन्होंने पूरे देश से वादा किया था कि आतंकवादियों को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी और उनकी बची हुई जमीन को भी मिट्टी में मिला दिया जाएगा। अपनी बहन-बेटियों के सिंदूर की लाज रखने के लिए पीएम मोदी ने दो हफ्ते तक अथक प्रयास किया। उन्होंने सेना के उच्च अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं और अमेरिका, रूस समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं से इस मुद्दे पर बात की।
उधर, जैसे-जैसे बदले का वक्त करीब आ रहा था, पाकिस्तान के नेताओं और सेनाध्यक्ष के तेवर चढ़ते जा रहे थे। पाकिस्तान ने तो भारत पर परमाणु बम से हमले तक की धमकी दे डाली। ऐसे में एक पल के लिए लगा कि पीएम मोदी सिंदूर का बदला कैसे लेंगे? अगर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की, तो कहीं पाकिस्तान परमाणु हमला न कर दे। लेकिन पीएम मोदी ने साफ कर दिया था कि आतंकवाद के सामने देश कभी नहीं झुकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी बहनों के सिंदूर का बदला लेने के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' की गुप्त योजना बनाई। यह ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा और पाकिस्तान में आतंकियों के नौ ठिकाने पल भर में जमींदोज हो गए। सेना की वर्दी में आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर को आज यह अच्छी तरह समझ आ गया होगा कि एक चुटकी सिंदूर की कीमत क्या होती है। हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ शायद पहले से ही जानते थे कि भारत से पंगा लेना आसान नहीं है। पहलगाम के हमले के बाद से ही उनकी हालत खस्ता थी।
'ऑपरेशन सिंदूर' ने न सिर्फ पहलगाम के पीड़ितों को न्याय दिलाया है, बल्कि पाकिस्तान को भी यह स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपनी बहनों और बेटियों के सम्मान के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा। यह एक ऐसा प्रहार था, जिसकी गूंज पाकिस्तान के हुक्मरानों के कानों में हमेशा बनी रहेगी।