बिहार में भक्ति की बयार: पंडित धीरेंद्र शास्त्री और अनिरुद्धाचार्य इसी महीने लगाएंगे दरबार, जानिए कहां और कब
बिहार के मुजफ्फरपुर में इस महीने लगेगा भक्ति का दरबार! पंडित धीरेंद्र शास्त्री 20 मई को और अनिरुद्धाचार्य 23 मई से करेंगे कथा वाचन। जानें पूरा कार्यक्रम।

मुजफ्फरपुर: बिहार के कथा प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है! इस महीने उन्हें भक्ति और अध्यात्म का डबल डोज मिलने वाला है। लोकप्रिय कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री, जिन्हें बागेश्वर बाबा के नाम से भी जाना जाता है, और संत अनिरुद्धाचार्य महाराज जल्द ही बिहार की धरती पर पधारने वाले हैं। खास बात यह है कि दोनों ही संत इस बार मुजफ्फरपुर में अपना दिव्य दरबार सजाएंगे, जिससे पूरे इलाके में भक्ति की बयार बहने की उम्मीद है।
तय कार्यक्रम के अनुसार, बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री 20 मई को मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे। उनके आगमन की खबर से ही श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है। माना जा रहा है कि उनके कथा वाचन और दिव्य दरबार में भारी संख्या में लोग जुटेंगे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने अनोखे अंदाज और चमत्कारी दावों के लिए देशभर में प्रसिद्ध हैं और बिहार में भी उनके बड़ी संख्या में भक्त मौजूद हैं, जो बेसब्री से उनके आगमन का इंतजार कर रहे हैं। उनका कार्यक्रम 20 मई से 21 मई तक प्रस्तावित है।
वहीं, दूसरे लोकप्रिय कथावाचक संत अनिरुद्धाचार्य महाराज भी 23 मई को मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे। अनिरुद्धाचार्य अपनी मधुर वाणी और भक्तिमय कथाओं के लिए जाने जाते हैं। उनका भी बिहार में एक बड़ा भक्त समुदाय है, जो उनकी कथाओं को सुनने और उनके दर्शन करने के लिए उत्सुक है। अनिरुद्धाचार्य महाराज का सत्संगसुधा 23 मई से 27 मई तक चलेगा।
दरअसल, मुजफ्फरपुर के मधौल कांटी के न्यू बाइपास फोरलेन के पास 19 मई से विष्णु महायज्ञ का भव्य आयोजन हो रहा है। इसी महायज्ञ में शामिल होने के लिए ये दोनों लोकप्रिय कथावाचक बिहार दौरे पर आ रहे हैं।
महायज्ञ के आयोजन समिति के ट्रस्ट के सचिव अमित कुमार ने बताया कि महायज्ञ को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। समय कम होने के कारण पंडाल और अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। महायज्ञ की शुरुआत 19 मई को जलाभिषेक के साथ होगी। इसके बाद 20 और 21 मई को पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम होगा और फिर 23 से 27 मई तक अनिरुद्धाचार्य महाराज अपनी कथाओं से भक्तों को भावविभोर करेंगे। इस भव्य महायज्ञ की पूर्णाहुति 28 मई को होगी।
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अशोक कुमार पप्पू ने इस अवसर पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर की धरती पर पहली बार बाबा बागेश्वर और अनिरुद्धाचार्य एक साथ आ रहे हैं, जो भक्तों के लिए एक अद्भुत और दुर्लभ अवसर है। उन्होंने कहा कि भक्तों को इस बार भक्ति का डबल डोज मिलने वाला है।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री बिहार आए थे, तो उन्होंने यहां पहली बार हिंदू राष्ट्र की बात छेड़ी थी, जिसके बाद कई विपक्षी नेताओं ने उनकी आलोचना की थी। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री जैसे कथावाचक बिहार में बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने आते हैं और अपनी कथाओं के माध्यम से वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। इस बार उनके आगमन को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो सकती हैं।
बहरहाल, मुजफ्फरपुर के कथा प्रेमी इस महीने भक्ति की एक विशेष लहर का अनुभव करने के लिए तैयार हैं, जहां दो महान संतों का समागम होने जा रहा है।