PM मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान मिला: 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III' से नवाजे गए, बोले- यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान

PM Narendra Modi ko Cyprus ka sarvochch samman 'Grand Cross of the Order of Makarios III' mila. Unhone ise 140 crore Bharatwasiyon ka samman bataya, jo Bharat-Cyprus maitri ka prateek hai.

PM मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान मिला: 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III' से नवाजे गए, बोले- यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान

निकोसिया, साइप्रस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के दौरे के दूसरे दिन आज (सोमवार, 16 जून 2025) इस यूरोपीय देश के सर्वोच्च सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III' से नवाजा गया। साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने राजधानी निकोसिया स्थित राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया। पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले दुनिया के 23वें नेता बन गए हैं।

"यह मेरा नहीं, 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान"

इस प्रतिष्ठित सम्मान को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह सम्मान सिर्फ मेरा नरेंद्र मोदी का सम्मान नहीं है, बल्कि ये 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान है। ये उनके सामर्थ्य और आकांक्षाओं का सम्मान है। हमारे देश के सांस्कृतिक, भाईचारे और वसुधैव कुटुम्बकम के विचारधारा का सम्मान है।" उन्होंने इस सम्मान को भारत और साइप्रस के मैत्रीपूर्ण संबंधों, साझा मूल्यों और पारस्परिक समझ को समर्पित किया।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि वे सभी भारतीयों की ओर से इस सम्मान को अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता से स्वीकार करते हैं। उन्होंने इसे शांति, सुरक्षा, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और दोनों देशों के लोगों की समृद्धि के लिए अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और साइप्रस की सक्रिय साझेदारी आने वाले समय में नई ऊंचाइयों को छुएगी, जिससे न केवल दोनों देशों का विकास मजबूत होगा, बल्कि एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वैश्विक वातावरण के निर्माण में भी योगदान मिलेगा।


आधिकारिक स्वागत और व्यापारिक बैठक

इससे पहले आज सुबह, पीएम मोदी का निकोसिया स्थित राष्ट्रपति भवन में आधिकारिक तौर पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।

अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण के तहत पीएम मोदी रविवार (15 जून 2025) को साइप्रस पहुँचे थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस के साथ निकोसिया में एक व्यापार जगत के लोगों के साथ गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में उन्होंने व्यापार, निवेश और रक्षा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया, क्योंकि इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएँ हैं।

पीएम मोदी ने भारतीय और साइप्रस के व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि साइप्रस लंबे समय से भारत का एक विश्वसनीय साझेदार रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि 23 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री साइप्रस के दौरे पर आया है, और उनका पहला कार्यक्रम व्यापार जगत के लोगों के साथ गोलमेज बैठक थी, जो इस बात का संकेत है कि आर्थिक दुनिया से जुड़े लोग भारत और साइप्रस के संबंधों के लिए कितने अहम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई भारतीय कंपनियाँ साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखती हैं।

साइप्रस के बाद पीएम मोदी अपनी यात्रा के अगले चरणों में कनाडा और क्रोएशिया भी जाएँगे। पिछले दो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की यह पहली यात्रा है।