कर्नाटक: 'मुझसे कोई प्यार नहीं करता...' सांवले रंग के अपमान से आहत होकर छात्रा ने की आत्महत्या
कर्नाटक के मैंगलोर में 19 वर्षीय बीए छात्रा श्रेया ने अपने सांवले रंग के कारण होने वाले अपमान से आहत होकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि कोई उससे प्यार नहीं करता और उसके परिवार को उसकी वजह से परेशानी झेलनी पड़ती है।

मैंगलोर, कर्नाटक: कर्नाटक के मैंगलोर में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहाँ 19 वर्षीय बीए सेकंड ईयर की छात्रा श्रेया ने अपने सांवले रंग के कारण होने वाले अपमान से आहत होकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार, 24 जून को तालापाडी के किन्या स्थित अपने घर में उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
सुसाइड नोट में छलका दर्द
पुलिस को श्रेया के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या का कारण बताया है। नोट में लिखा है कि उसे उसके सांवले रंग के लिए अपमानित किया जाता था। मई में लिखे गए एक अन्य नोट में उसने यह भी उल्लेख किया था कि "कोई उससे प्यार नहीं करता" और उसके परिवार को उसकी वजह से परेशानी झेलनी पड़ती है, इसलिए उसे नहीं जीना चाहिए। पुलिस के अनुसार, श्रेया ने अपने कमरे की अलमारी पर भी लिखा था, "मुझे यह जनरेशन पसंद नहीं है, इसलिए मैंने आत्महत्या करने का फैसला किया।"
मानसिक तनाव और शैक्षणिक दबाव
मामले की जांच में सामने आया है कि श्रेया मानसिक तनाव से जूझ रही थी और उसे हमेशा सिरदर्द रहता था। वह अपने बीए फर्स्ट सेमेस्टर में दो विषयों में फेल भी हो गई थी। परिवार ने पुलिस को बताया कि श्रेया शांत स्वभाव की लड़की थी और दूसरों से बहुत कम घुलती-मिलती थी। वह मैंगलोर के एक निजी कॉलेज में पढ़ रही थी। उसके सांवले रंग को लेकर होने वाले अपमान से वह बहुत आहत थी, जिससे वह गहरे मानसिक तनाव में थी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच में जुट गई है। यह घटना समाज में रंगभेद और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता को उजागर करती है।
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