रिंकू सिंह बने बेसिक एजुकेशन ऑफिसर, 8वीं पास क्रिकेटर को यूपी सरकार ने दी बड़ी जिम्मेदारी

भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक एजुकेशन ऑफिसर (BSA) के पद पर नियुक्त किया है। 8वीं पास रिंकू सिंह, जिन्होंने गरीबी के चलते झाड़ू तक लगाने का काम किया था, अब प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में योगदान देंगे।

रिंकू सिंह बने बेसिक एजुकेशन ऑफिसर, 8वीं पास क्रिकेटर को यूपी सरकार ने दी बड़ी जिम्मेदारी

भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के विस्फोटक बल्लेबाज रिंकू सिंह इस समय सुर्खियों में हैं। हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद प्रिया सरोज के साथ उनकी सगाई के बाद, अब उन्हें एक नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने रिंकू सिंह को शिक्षा विभाग में एक अहम पद पर नियुक्त करने का फैसला किया है।


8वीं पास रिंकू सिंह अब करेंगे शिक्षा व्यवस्था पर काम

मैदान पर अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए मशहूर रिंकू सिंह को अब बेसिक एजुकेशन ऑफिसर (BSA) के पद पर नियुक्त किया जा रहा है। यूपी सरकार द्वारा रिंकू सिंह का सीधा चयन विशेष नियमावली 2022 के तहत किया जा रहा है। उन्हें सभी ज़रूरी सर्टिफिकेट संबंधित पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है, जिसकी जांच के बाद उन्हें प्रोविजनल अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाएगा। यह पहली बार नहीं है जब यूपी सरकार ने किसी खिलाड़ी को सरकारी नौकरी दी हो।


आर्थिक तंगी और संघर्ष भरा रहा बचपन

कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए IPL में खेलने वाले रिंकू सिंह की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने सिर्फ 8वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। 9वीं क्लास में फेल होने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्होंने अपने पिता का हाथ बंटाना शुरू कर दिया था। इस दौरान उन्होंने झाड़ू मारने तक की नौकरी भी की थी।

हालांकि, आर्थिक चुनौतियों के बावजूद रिंकू ने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को नहीं छोड़ा। बचपन से ही क्रिकेट में गहरी दिलचस्पी रखने वाले रिंकू ने टेनिस बॉल से खेलना शुरू किया और धीरे-धीरे इस खेल में आगे बढ़ते गए। उन्होंने साल 2014 में उत्तर प्रदेश की ओर से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और 2023 में IPL में लगातार 5 गेंदों पर 5 छक्के लगाकर पूरी दुनिया में छा गए।


हाल ही में हुई सगाई

रिंकू सिंह की सगाई 8 जून को लखनऊ में मछलीशहर की सपा सांसद प्रिया सरोज के साथ हुई थी। उनकी रिंग सेरेमनी में बड़ी संख्या में मेहमान पहुंचे थे। हालांकि, उनकी शादी जो 18 नवंबर को वाराणसी में होने वाली थी, उसे किसी कारणवश टाल दिया गया है।

रिंकू सिंह का यह सफर गरीबी और संघर्ष से निकलकर सफलता और अब सरकारी जिम्मेदारी तक पहुंचने की एक प्रेरणादायक कहानी है।


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