ICC के क्रिकेट में 8 बड़े बदलाव: कैच से लेकर स्टॉप क्लॉक तक, 2 जुलाई से लागू होंगे नए नियम

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट के कई नियमों में 8 बड़े बदलावों को मंज़ूरी दी है, जो 2 जुलाई से लागू होंगे। इनमें टेस्ट में स्टॉप क्लॉक, शॉर्ट रन पर 5 रन का जुर्माना, सलाइवा इस्तेमाल पर नया स्पष्टीकरण, DRS प्रोटोकॉल में बदलाव और कैच से जुड़े अहम नियम शामिल हैं।

ICC के क्रिकेट में 8 बड़े बदलाव: कैच से लेकर स्टॉप क्लॉक तक, 2 जुलाई से लागू होंगे नए नियम

दुबई: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट के कई नियमों में बड़े बदलावों को मंज़ूरी दे दी है, जो 2 जुलाई से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होंगे। इन बदलावों से टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों फॉर्मेट प्रभावित होंगे।

मुख्य परिवर्तनों में टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक का लागू होना, शॉर्ट रन पर नए नियम, सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर स्पष्टीकरण, DRS प्रोटोकॉल में बदलाव और कैच से जुड़े अहम नियम शामिल हैं।


प्रमुख नियम बदलाव:

  1. टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक:

    • टी20 और वनडे में पहले से लागू स्टॉप क्लॉक नियम अब टेस्ट क्रिकेट में भी आएगा।
    • फील्डिंग टीम को पिछले ओवर के खत्म होने के 60 सेकंड के अंदर अगला ओवर शुरू करना होगा।
    • ऐसा न करने पर दो चेतावनियां मिलेंगी, जिसके बाद हर उल्लंघन पर पांच रन का जुर्माना लगेगा।
    • 80 ओवर के बाद चेतावनियां रीसेट हो जाएंगी। यह नियम 2025-27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में लागू रहेगा।
  2. शॉर्ट रन पर नया नियम:

    • यदि अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज ने जानबूझकर रन पूरा नहीं किया है (धोखा देने या अतिरिक्त रन चुराने के इरादे से), तो:
      • बल्लेबाजों की टीम पर पांच रन का जुर्माना लगेगा।
      • अंपायर फील्डिंग टीम से पूछेंगे कि वे किस बल्लेबाज को स्ट्राइक पर चाहते हैं।
  3. सलाइवा के इस्तेमाल पर:

    • गेंद पर सलाइवा (लार) लगाने पर प्रतिबंध पहले से है।
    • अब, अगर अंपायर को किसी गेंद पर सलाइवा मिलता है, तो गेंद को तुरंत नहीं बदला जाएगा।
    • गेंद तभी बदली जाएगी जब उसकी स्थिति में "भारी बदलाव" आया हो, जैसे कि अत्यधिक गीली हो या उसमें अतिरिक्त चमक हो। यह फैसला पूरी तरह अंपायर के विवेक पर निर्भर करेगा।
  4. आउट के फैसले के बाद DRS प्रोटोकॉल में बदलाव:

    • यदि किसी बल्लेबाज को कैच आउट दिया जाता है और वह रिव्यू लेता है। अल्ट्राएज से पता चलता है कि गेंद बल्ले को छूए बिना पैड से टकराई।
    • कैच आउट खारिज होने के बाद, टीवी अंपायर अब दूसरे डिसमिसल मोड (जैसे एलबीडब्ल्यू) की जांच करेगा।
    • नए नियम में, जब एलबीडब्ल्यू के लिए बॉल-ट्रैकिंग ग्राफिक दिखाया जाएगा और यदि बल्लेबाज आउट पाया गया, तो उसे पवेलियन लौटना होगा। पहले, ऐसे में एलबीडब्ल्यू के लिए डिफॉल्ट निर्णय "नॉट आउट" होता था।
  5. बल्लेबाज के खिलाफ दो अपील होने पर:

    • यदि बल्लेबाज के खिलाफ एक ही गेंद पर दो अपील (जैसे एलबीडब्ल्यू और रन आउट) होती हैं, तो टीवी अंपायर पहले उस घटना की जांच करेगा जो पहले घटी।
    • यदि पहली घटना में बल्लेबाज आउट पाया जाता है, तो गेंद वहीं डेड हो जाएगी और दूसरे रिव्यू की जांच नहीं की जाएगी।
  6. कैच पर बड़ा नियम बदलाव:

    • यदि मैदानी अंपायरों को कैच के सही होने का पता नहीं है, लेकिन टीवी अंपायर बताता है कि यह नो-बॉल थी।
    • नए नियमों में, तीसरा अंपायर अब कैच की भी समीक्षा करेगा।
    • यदि कैच सही है, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को नो-बॉल के लिए केवल एक अतिरिक्त रन मिलेगा।
    • लेकिन अगर कैच सही नहीं है (यानी कैच अंपायर के नियमों के अनुसार नहीं है), तो बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए सभी रन बल्लेबाजी टीम को मिलेंगे।
  7. वनडे में एक गेंद का नियम (35 ओवर के बाद):

    • वनडे क्रिकेट में अब 35वें ओवर के बाद केवल एक ही नई गेंद के इस्तेमाल की इजाजत होगी। इससे डेथ ओवर्स में तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है।
  8. बाउंड्री पर कैच का नियम:

    • अगर कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर से गेंद के साथ किसी भी तरह का संपर्क करता है तो उसे अवैध माना जाएगा।
    • फील्डर गेंद को बाउंड्री के बाहर से केवल एक ही बार उछाल कर कैच पकड़ सकते हैं।

ये बदलाव खेल को और निष्पक्ष बनाने और समय की बर्बादी को कम करने के उद्देश्य से किए गए हैं।


इन नए नियमों का क्रिकेट पर क्या प्रभाव पड़ेगा, आपको क्या लगता है?