ड्रग-मनी लॉन्ड्रिंग केस: पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया 7 दिन की पुलिस रिमांड पर

ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पंजाब विजिलेंस ने उन्हें 540 करोड़ रुपये से अधिक के मामले में गिरफ्तार किया था।

ड्रग-मनी लॉन्ड्रिंग केस: पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया 7 दिन की पुलिस रिमांड पर

मोहाली, पंजाब: ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पंजाब विजिलेंस ने गुरुवार (25 जून) को मजीठिया को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने मंज़ूर कर लिया। इस मामले में मजीठिया की अगली पेशी 2 जुलाई को होगी।


540 करोड़ के ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी

पंजाब विजिलेंस ने बुधवार (24 जून) को शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को 540 करोड़ रुपये के ड्रग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अमृतसर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले, विजिलेंस की टीम ने सुबह 6:30 बजे से 12:30 बजे तक मजीठिया के घर की तलाशी ली थी, जिसमें कई अहम दस्तावेज़ और सबूत जुटाए गए। विजिलेंस के प्रवक्ता के अनुसार, जांच के दौरान मजीठिया के ड्रग मनी और हवाला कारोबार से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। तलाशी के बाद विजिलेंस के एआईजी स्वर्णदीप सिंह के नेतृत्व में टीम मजीठिया को मोहाली ले गई थी।


आय के वैध स्रोत नहीं मिले

विजिलेंस की कार्रवाई के बाद मजीठिया के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR के अनुसार, 500 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन की बात कही जा रही है। जांच में 2007 से 2009 के बीच 161 करोड़ रुपये के नकद लेन-देन के दस्तावेज़ मिले हैं। इसके अलावा, विदेशी फर्जी कंपनियों से 141 करोड़ रुपये की आय का खुलासा हुआ है और 194 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी गई है। विजिलेंस को इन आय का कोई वैध स्रोत नहीं मिला है।


अकाली दल ने जताया विरोध

शिरोमणि अकाली दल ने मजीठिया की गिरफ्तारी का कड़ा विरोध किया है और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्टी का आरोप है कि यह कार्रवाई बदले की राजनीति के तहत की गई है। मीडिया से बातचीत में मजीठिया ने भी कहा कि अगर FIR दर्ज करनी थी तो नोटिस भेजा जा सकता था, और यह सब बदले की भावना से किया जा रहा है।

इस मामले पर आगे की जांच और अदालत की कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।