मुरादाबाद में पाकिस्तानियों की बढ़ती संख्या, 1950 में आई 22 पाकिस्तानी महिलाओं के परिवारों की अब 500 सदस्यीय आबादी
मुरादाबाद में 1950 में पाकिस्तान से आई 22 महिलाओं के परिवारों की संख्या अब बढ़कर 500 हो गई है। पुलिस इस मामले में दस्तावेजों की जांच कर रही है और पाकिस्तानियों की पहचान की जा रही है। जानिए पूरी जानकारी इस मामले पर।

उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद: मुरादाबाद जिले में पाकिस्तानियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जो भारत सरकार के लिए चिंता का कारण बन गई है। हाल ही में हुई पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मुरादाबाद में 500 पाकिस्तानी लोग रह रहे हैं, जिनकी शुरुआत 1950 में 22 पाकिस्तानी महिलाओं की भारतीय पुरुषों से शादी से हुई थी। अब इन महिलाओं के बच्चों और उनके पोते-पोतियों के परिवारों की संख्या मिलाकर मुरादाबाद में लगभग 500 पाकिस्तानी लोग हो गए हैं।
22 पाकिस्तानी महिलाओं की शादी के बाद बनी बड़ी आबादी
1950 में 22 पाकिस्तानी महिलाओं की शादी मुरादाबाद के पुरुषों से हुई थी, और तब से ही ये महिलाएं भारत में रह रही हैं। इन महिलाओं के 95 बच्चे हुए, और उनके बच्चों ने भी परिवार बनाए, जिससे मुरादाबाद में पाकिस्तानियों की संख्या लगातार बढ़ी। इन परिवारों के सदस्यों के पास अब भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आधार कार्ड और राशन कार्ड भी हैं। हालांकि, इन महिलाओं के पास भारतीय नागरिकता नहीं है, लेकिन इनके बच्चे जन्म से भारतीय नागरिक हैं।
पुलिस की निगरानी और जांच
पुलिस अब इन पाकिस्तानियों की पहचान और दस्तावेज़ों की जांच कर रही है। एसपी रणविजय सिंह ने बताया कि मुरादाबाद के सभी थानों की टीमें इस मामले में निगरानी रख रही हैं। जांच के दौरान यह सामने आया कि इन पाकिस्तानी महिलाओं ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया है, लेकिन अभी तक उन्हें नागरिकता नहीं मिली है।
भारत सरकार की सख्ती के बीच यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है, खासकर जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद। भारत सरकार अब शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानियों को वापस उनके देश भेजने की योजना बना रही है।
पुलिस की पैनी नजर
अब पुलिस इस मामले में और गहरी जांच करने का विचार कर रही है। अगर किसी के पास वैध दस्तावेज़ नहीं पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुरादाबाद में पाकिस्तानियों की बढ़ती संख्या भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक नई चुनौती बन चुकी है।
भारत सरकार और पुलिस प्रशासन अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकि सुरक्षा और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा सके।