मातम का सन्नाटा: अलीनगर में अज्ञात वाहन की टक्कर से ऑटो चालक की मौत, परिवार का इकलौता सहारा छिना
Janpad ke Alinagar thana chetra ke pachphedwa ke paas national highway par ek auto ko anjaan vahan ne takkar mar di. Auto chalak Rajan Gupta ki mauke par hi maut ho gai.

चंदौली: जनपद के अलीनगर थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। पचफेड़वा गांव के पास नेशनल हाईवे पर एक अज्ञात वाहन ने एक ऑटो-रिक्शा को टक्कर मार दी। इस भीषण टक्कर में ऑटो चला रहे राजन गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गई।
राजन गुप्ता अपने माता-पिता का इकलौता सहारा था। उसकी असामयिक मौत की खबर सुनते ही परिवार में मातम पसर गया है। बूढ़े मां-बाप का एकमात्र पुत्र अब इस दुनिया में नहीं रहा, इस सोच ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया है।
घटना देर रात हुई, जब संभवतः राजन अपने घर लौट रहा था या किसी सवारी को छोड़कर आ रहा था। तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसके ऑटो को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि ऑटो बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी भयानक थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए। आसपास के लोगों ने तुरंत राजन को बचाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
अलीनगर थाने की पुलिस को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल, अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश जारी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि टक्कर मारने वाले वाहन की पहचान की जा सके।
इस दुखद घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। राजन एक मिलनसार और मेहनती युवक था, जो अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिन-रात मेहनत करता था। उसकी मौत से न केवल उसका परिवार बल्कि उसके दोस्त और जानने वाले भी गहरे सदमे में हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, कानून अपना काम करेगा, लेकिन राजन के माता-पिता के सूने घर और उनकी आंखों के आंसुओं का कोई मोल नहीं है। एक हंसता-खेलता परिवार पल भर में उजड़ गया।
यह घटना एक बार फिर सड़कों पर सुरक्षा के मुद्दे को लेकर सवाल खड़े करती है। तेज रफ्तार और लापरवाही से ड्राइविंग के कारण आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं, जिनमें कई अनमोल जिंदगियां असमय ही खत्म हो जाती हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करे ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके और किसी और परिवार को राजन गुप्ता के परिवार जैसा दुख न सहना पड़े। फिलहाल, पूरे गांव में गम का माहौल है और हर कोई राजन की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा है।