मुज़फ़्फ़रपुर में बारात की 'गलत डिलीवरी': लड़की पक्ष ने अगुआ को बनाया बंधक, थाने में हुई शादी
मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार में बारात के सही जगह नहीं पहुँचने पर लड़की पक्ष की महिलाओं ने अगुआ को बंधक बना लिया। घंटों हाई-वोल्टेज ड्रामा के बाद, पुलिस ने हस्तक्षेप कर थाने परिसर में स्थित मंदिर में ही शादी सम्पन्न कराई। यह घटना बारात के ग़लत पते पर पहुँचने से हुई गलतफ़हमी का नतीजा थी।

बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहाँ बारात सही जगह नहीं पहुँचने पर लड़की पक्ष की महिलाओं ने अगुआ को बंधक बना लिया। रात भर बारात का इंतज़ार करने के बाद, लड़की पक्ष अगले दिन थाने पहुँच गया, जहाँ दोनों पक्षों के बीच घंटों हाई-वोल्टेज ड्रामा चला। आख़िरकार, पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और थाना परिसर में स्थित मंदिर में ही शादी सम्पन्न कराई गई।
क्या था पूरा मामला?
मुज़फ़्फ़रपुर के कटरा थाना क्षेत्र के सिदासपुर गाँव में रहने वाले सुशील शर्मा की बेटी कंचन की शादी समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के भेरोखड़ा गाँव के पंकज शर्मा के साथ सोमवार (16 जून 2025) को तय हुई थी। शादी लड़की के ननिहाल, बोचहां थाना क्षेत्र के काशीरामपुर गाँव में होनी थी।
घराती शादी और बारातियों के स्वागत की सभी तैयारियाँ पूरी कर चुके थे। सोमवार की रात वे सिर्फ़ बारात का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन देर रात बीत जाने के बाद भी बारात नहीं पहुँची। लड़की पक्ष के लोग लगातार बारात का इंतज़ार करते रहे और लड़के पक्ष से संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला।
अगुआ को बनाया बंधक, थाने में हंगामा
जब बारात नहीं आई, तो लड़की पक्ष की महिलाओं ने रात में ही अगुआ अनीता शर्मा और लड़के की बहन शोभा देवी को घर में बुलाकर बंधक बना लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना पर पहुँची पुलिस ने भी दूल्हा पक्ष से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन तीन घंटे बीत जाने के बाद भी बारात नहीं पहुँची। इसके बाद पुलिस ने अगुआ की गाड़ी को ज़ब्त कर थाने ले आई। लड़की पक्ष के लोग भी मंगलवार सुबह थाने पहुँच गए।
पुलिस की कोशिशों के बाद लड़के पक्ष के लोग दूल्हे को लेकर थाने पहुँचे। थाने में दोनों पक्षों के बीच कई घंटों तक हाई-वोल्टेज ड्रामा चलता रहा, जहाँ दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे।
पुलिस ने सुलझाया मामला, थाने में हुई शादी
मामले को शांत करने और सुलझाने के लिए पुलिस ने दोनों पक्षों को फटकार लगाई और आख़िरकार थाना परिसर में स्थित मंदिर में ही शादी करवा दी।
लड़के के पिता उमाकांत शर्मा ने बताया कि लड़की का परिवार ग़रीब होने की वजह से शादी मंदिर में होनी तय हुई थी। उन्होंने बताया कि तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार बारात को ताजपुर सकरा रेलवे गुमटी पर दुर्गा मंदिर पहुँचना था, लेकिन लड़की पक्ष के लोग उनका शफ़ुद्दीनपुर स्थित ठाकुरबारी मंदिर में इंतज़ार कर रहे थे। यहीं गलतफ़हमी के कारण बारात ग़लत जगह पहुँच गई थी, जिससे यह पूरा वाकया हुआ।
यह मामला दिखाता है कि कैसे एक छोटी सी ग़लतफ़हमी ने दो परिवारों के लिए इतनी बड़ी परेशानी खड़ी कर दी, जिसे पुलिस के हस्तक्षेप से ही सुलझाया जा सका।