जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस हमले को लेकर अब देश के प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने केंद्र सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात की है।
ओवैसी ने किया पाकिस्तान पर तीखा हमला
पूर्वी चंपारण के ढाका में एक जनसभा के दौरान ओवैसी ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि जो आतंकी पाकिस्तान से आकर हमारे देश में निर्दोषों की जान लेते हैं – चाहे वो हमारी बेटियां हों या हमारे सैनिक, सरकार उन आतंकियों को जड़ से खत्म करेगी।" ओवैसी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री मोदी इस कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
पाकिस्तान सौ बार सोचेगा: ओवैसी की चेतावनी
ओवैसी ने आगे कहा कि अब पाकिस्तान को हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी को ऐसा कदम उठाना चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी आतंकवादी भारत में आकर हमला करने से पहले सौ बार सोचे।" उन्होंने पाकिस्तान को "विफल राष्ट्र" करार देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब उसकी नापाक हरकतों का जवाब दिया जाए।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी का किया जिक्र
ओवैसी ने अपने भाषण में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी का भी उल्लेख किया, जिनके पति को आतंकियों ने हाल ही में शहीद कर दिया था। ओवैसी ने कहा, "हिमांशी के पति को उनकी शादी के केवल छह दिन बाद गोली मार दी गई। लेकिन इसके बावजूद वह नफरत नहीं, बल्कि शांति और भाईचारे का संदेश दे रही हैं। यह हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।"
नफरत नहीं, प्यार और शांति से देश मजबूत होगा
ओवैसी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि आतंकवाद की लड़ाई केवल गोलियों से नहीं, बल्कि विचारों से भी लड़ी जाती है। उन्होंने जोर देते हुए कहा, "जो लोग इस देश में रहकर हिंदू-मुस्लिम के बीच जहर घोल रहे हैं, वे दरअसल पाकिस्तान के चेहरे पर मुस्कान ला रहे हैं। हमें उनकी मुस्कान मिटानी है – नफरत से नहीं, बल्कि एकता से।"
निष्कर्ष
असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान को अब अपनी नापाक हरकतों का खामियाजा भुगतना होगा। उनका यह संदेश देशवासियों के बीच एकता, भाईचारे और शांति का माहौल बनाने की कोशिश का हिस्सा है। ओवैसी ने देश की सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं का दोबारा न दोहराया जाए।