'आप पोर्न वीडियो देखते हो, पैसे दो वरना…': कानपुर में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लाखों की ठगी, 4 गिरफ्तार

कानपुर में साइबर अपराधियों ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर लोगों को लाखों का चूना लगाया। वे पीड़ितों को पोर्न वीडियो देखने का डर दिखाकर जेल भेजने की धमकी देते थे और पैसे ऐंठते थे। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

'आप पोर्न वीडियो देखते हो, पैसे दो वरना…': कानपुर में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लाखों की ठगी, 4 गिरफ्तार

कानपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के कानपुर में साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जो लोगों को फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर ठग रहा था। ये ठग अनजान नंबरों से लोगों को फोन करते थे और उन्हें पोर्न वीडियो देखने का डर दिखाकर जेल भेजने की धमकी देते थे, जिसके बदले में लाखों रुपये ऐंठ लेते थे। कानपुर पुलिस की साइबर टीम ने इस गिरोह के छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य फरार हैं।


ठगी का तरीका: 'पोर्न देखने पर जेल भेज देंगे'

साइबर ठग लोगों को शिकार बनाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहे हैं। इस गिरोह ने एक नया तरीका इजाद किया था, जिसमें वे सरकारी एनसीआरपी (National Cybercrime Reporting Portal) पोर्टल पर दर्जनों शिकायतें सामने आने के बाद रडार पर आए। पीड़ितों ने शिकायत की थी कि उन्हें क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर फोन आया, जिसमें धमकाया गया कि उनके इंटरनेट से पोर्न वीडियो देखे जा रहे हैं और इस पर कार्रवाई होगी, मुकदमा लिखकर जेल भेजा जाएगा। जेल भेजने का डर दिखाकर पीड़ितों से पैसे मांगे जाते थे और उनके अकाउंट खाली करा लिए जाते थे।


शातिर ठग, कम पढ़े-लिखे भी शामिल

डीसीपी क्राइम कासिम आब्दी ने बताया कि कुल 66 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें लोगों को पोर्न वीडियो का डर दिखाकर ठगा गया था। साइबर क्राइम टीम ने सर्विलांस के ज़रिए गिरोह के सरगना शिवम वर्मा सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी ने बताया कि ये आरोपी आज तक कभी पकड़े नहीं गए थे।

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से दो सिर्फ कक्षा 6 या 7 तक पढ़े हैं, लेकिन वे इतने शातिर हैं कि फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर पढ़े-लिखे लोगों को आसानी से अपना शिकार बना लेते थे। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार दो अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

यह मामला साइबर अपराधों के बढ़ते दायरे और अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे नए तरीकों को दर्शाता है। पुलिस लोगों से ऐसे किसी भी धमकी भरे फोन कॉल पर तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत करने की अपील कर रही है।