इटावा: कथावाचक की जाति पर संग्राम, पुलिस पर पथराव-फायरिंग; सड़क पर उतरी 'अहीर रेजिमेंट

उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचकों से मारपीट का मामला जातीय संघर्ष में बदल गया है। दांदरपुर गांव में यादव समाज और 'अहीर रेजिमेंट' के युवाओं ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की। पुलिस ने कथावाचकों पर FIR दर्ज की है, जिस पर यादव समाज में आक्रोश है, जबकि मारपीट करने वाले 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं।

इटावा: कथावाचक की जाति पर संग्राम, पुलिस पर पथराव-फायरिंग; सड़क पर उतरी 'अहीर रेजिमेंट

उत्तर प्रदेश: इटावा जिले में दो कथावाचकों के साथ हुई मारपीट और बदसलूकी का मामला अब जातीय संघर्ष का रूप लेता जा रहा है. गुरुवार को दांदरपुर गांव में यादव समाज के लोगों और 'अहीर रेजिमेंट' के युवाओं की पुलिस से झड़प हो गई. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की, साथ ही पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी.


गांव में जातीय पहचान पर एंट्री, फिर पुलिस से झड़प

गुरुवार सुबह से दांदरपुर गांव के बाहर यादव समाज और 'अहीर रेजिमेंट' के युवा प्रदर्शन कर रहे थे. वे गांव में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की जाति पूछ रहे थे और केवल यादव समाज के लोगों को ही अंदर जाने दे रहे थे. कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और पुलिस को सूचना दी. बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया. जब वे नहीं माने, तो पुलिस ने उन्हें गांव से खदेड़ना शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद रहे.


हाईवे पर पथराव और फायरिंग

गांव से खदेड़े जाने के बाद प्रदर्शनकारी आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर पहुंच गए. देखते ही देखते हज़ारों की संख्या में बाइक पर सवार प्रदर्शनकारियों का हुजूम निकल पड़ा. उन्होंने पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, साथ ही पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की.


पुलिस की कार्रवाई और यादव समाज में आक्रोश

एसपी ग्रामीण श्रीश चंद्र ने बताया कि उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है और कई दोपहिया वाहनों को सीज़ किया गया है. पुलिस गांव में शांति व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रही है.

यादव समाज में आक्रोश का मुख्य कारण यह है कि पुलिस ने कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथी संत कुमार यादव के खिलाफ FIR दर्ज की है. कथावाचक पर एक महिला से छेड़खानी, पहचान छिपाने, धार्मिक भावना आहत करने और धोखाधड़ी का आरोप है.

वहीं, कथावाचकों से मारपीट और बदसलूकी करने के मामले में भी कार्रवाई हुई है. गांव के चार लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पुलिस की इस कार्रवाई से ब्राह्मण संगठनों में रोष है, जिनका कहना है कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है.

शिकायतकर्ता जयप्रकाश तिवारी की तहरीर पर कथावाचकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. तिवारी का आरोप है कि कथावाचक मुकुट मणि (असली नाम मुकुट सिंह यादव) और संत कुमार (असली नाम संत सिंह यादव) ने खुद को ब्राह्मण बताकर और फर्जी आधार कार्ड दिखाकर अपनी पहचान व जाति छिपाई.

यह घटना उत्तर प्रदेश में जातीय तनाव और कानून-व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है.