'मेरे मरने की वजह...': प्रेमिका की फोटो स्टेटस लगा प्रेमी ने दी जान, दोस्त लाइक करते रहे, लटकी मिली लाश
वाराणसी में एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला, जिसने कथित तौर पर आत्महत्या से पहले अपनी प्रेमिका की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाकर उसे अपनी मौत की वजह बताया था। इस संवेदनहीन कृत्य को उसके दोस्तों ने लाइक भी किया।

Varanasi News : वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ गुरुवार दोपहर रिंग रोड फेज-2 के किनारे एक शीशम के पेड़ से एक युवक का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। जानकारी मिलने पर इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक ने कथित तौर पर आत्महत्या से पहले अपनी प्रेमिका की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाई थी और उसे अपनी मौत की वजह बताया था, जिसे उसके दोस्तों ने लाइक भी किया।
शव मिलने के बाद पुलिस की कार्रवाई
दोपहर में पशु चराने निकले कुछ चरवाहों ने पेड़ से लटकते युवक को देखकर स्थानीय लोगों को सूचना दी, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी। बड़ागांव थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम को बुलाया। युवक की जेब से मिले मोबाइल फोन से उसकी पहचान हो सकी। मोबाइल पर आए एक कॉल के ज़रिए पुलिस ने मृतक के भाई सुनील से संपर्क किया, जिसने मृतक की पहचान भदोही ज़िले के औराई थाना क्षेत्र के झउआ गांव निवासी मंगल के रूप में की।
प्रेम प्रसंग और सोशल मीडिया पर 'सुसाइड नोट'
जांच में सामने आया कि मंगल ने आत्महत्या से पहले कई बार एक लड़की को फोन किया था, जिससे उसका प्रेम प्रसंग चलने की आशंका जताई गई है। सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि मृतक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर उस लड़की की कथित तौर पर आपत्तिजनक फोटो अपलोड की थी। इसके साथ ही, उसने व्हाट्सएप और फेसबुक पर दो स्टेटस भी लगाए थे, जिनमें उसने प्रेमिका की फोटो पर अपनी मौत की वजह उसे बताते हुए टेक्स्ट भी लिखा था।
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे संवेदनशील पोस्ट को लाइक करने वाले दोस्तों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने परिजनों को सूचित कर दिया है। परिजनों द्वारा तहरीर मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना प्रेम प्रसंग में होने वाली त्रासदियों और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल के गंभीर परिणामों को दर्शाती है।