PSL 2025: यूएई में नहीं हो सकते पीएसएल के बचे मुकाबले? PCB को बड़ा झटका संभव
PSL 2025 के बचे आठ मुकाबलों को UAE में कराने की पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की योजना को बड़ा झटका लग सकता है। दुबई सुरक्षा कारणों से मेजबानी से इनकार कर सकता है।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 के शेष आठ मुकाबलों को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कराने की योजना को बड़ा झटका लग सकता है। अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ECB) सुरक्षा चिंताओं और भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए इस प्रस्ताव को ठुकरा सकता है।
पहले पाकिस्तान में होने थे बचे मैच
पीसीबी ने शुक्रवार को बयान जारी करते हुए कहा था कि PSL के अंतिम आठ मैच यूएई में कराए जाएंगे, जो पहले रावलपिंडी, लाहौर और मुल्तान में आयोजित होने वाले थे। PCB ने यह निर्णय सुरक्षा कारणों और विदेशी खिलाड़ियों की मांग के चलते लिया है।
दुबई कर सकता है प्रस्ताव अस्वीकार
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, ईसीबी के एक सूत्र ने कहा:
“यूएई में दक्षिण एशियाई लोगों की विविध आबादी है, जो क्रिकेट को लेकर बेहद भावुक है। मौजूदा राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव के बीच PSL जैसे टूर्नामेंट की मेजबानी से सामुदायिक तनाव और सुरक्षा जोखिम बढ़ सकता है।”
इस बयान से साफ है कि PCB की योजना को अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है।
विदेशी खिलाड़ी भी असहज
हाल ही में PCB ने रावलपिंडी स्टेडियम में प्रस्तावित एक मुकाबले — पेशावर जाल्मी बनाम कराची किंग्स — को रद्द कर दिया था। ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंग्लैंड के खिलाड़ी PSL से हटने की तैयारी में हैं। वे सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और लीग में भागीदारी पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
मैच शेड्यूल अब तक अधर में
PCB की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यूएई में संभावित मैच कब और कहां खेले जाएंगे। बयान में केवल इतना कहा गया है कि तारीख, समय और स्थान की घोषणा उचित समय पर की जाएगी।
PSL पर मंडराते सवाल
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क्या दुबई पीएसएल की मेजबानी स्वीकार करेगा?
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यदि यूएई इंकार करता है, तो PCB के पास विकल्प क्या होंगे?
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विदेशी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से PSL की विश्वसनीयता पर क्या असर पड़ेगा?
निष्कर्ष
PSL 2025 की मेजबानी पर सियासत और सुरक्षा के बादल छा गए हैं। यदि दुबई मेजबानी से इनकार करता है तो यह न केवल PCB के लिए बड़ा झटका होगा, बल्कि PSL की साख और संचालन पर भी गंभीर सवाल खड़े होंगे।