New Delhi : 17800 किलोमीटर, सिर्फ 20 घंटे! 2027 में शुरू होगी दुनिया की सबसे लंबी नॉन-स्टॉप उड़ान, जानें किन शहरों को जोड़ेगी

"सिर्फ 20 घंटे में 17800 किलोमीटर! 2027 में शुरू होगी दुनिया की सबसे लंबी नॉन-स्टॉप उड़ान, जानें सिडनी और लंदन के बीच का सफर।"

New Delhi : 17800 किलोमीटर, सिर्फ 20 घंटे! 2027 में शुरू होगी दुनिया की सबसे लंबी नॉन-स्टॉप उड़ान, जानें किन शहरों को जोड़ेगी

                                                                                    दुनिया की सबसे लंबी दूरी की फ्लाइट

नई दिल्ली: हवाई यात्रा के शौकीनों के लिए खुशखबरी! अब दो महाद्वीपों के बीच का लंबा सफर पलक झपकते ही पूरा हो जाएगा। क्वांटास एयरवेज (Qantas Airways) 2027 में एक महत्वाकांक्षी परियोजना 'प्रोजेक्ट सनराइज' लॉन्च करने जा रही है, जो हवाई यात्रा के इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगी। यह प्रोजेक्ट दुनिया की सबसे लंबी नॉन-स्टॉप कमर्शियल उड़ानों का संचालन करेगा, जिससे ऑस्ट्रेलिया सीधे यूरोप और उत्तरी अमेरिका से जुड़ जाएगा।

इस प्रोजेक्ट के तहत, सिडनी से सीधे लंदन और न्यूयॉर्क के लिए उड़ानें शुरू की जाएंगी। सिडनी से लंदन की दूरी लगभग 17,800 किलोमीटर है, जिसे यह नॉन-स्टॉप उड़ान सिर्फ 20 घंटे में पूरा करेगी। सोचिए, लगभग एक दिन से भी कम समय में आप ऑस्ट्रेलिया से सीधे इंग्लैंड पहुंच जाएंगे!

अत्याधुनिक विमानों का होगा इस्तेमाल:

इस अल्ट्रा-लॉन्ग-हॉल उड़ान के लिए एयरबस A350-1000 विमानों का उपयोग किया जाएगा। ये विमान विशेष रूप से लंबी दूरी की उड़ानों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। प्रत्येक विमान में 238 यात्री सफर कर सकेंगे, जिसमें फर्स्ट, बिजनेस, प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास की सीटें होंगी। खास बात यह है कि विमान में 40% से अधिक सीटें प्रीमियम कैटेगरी की होंगी, जिससे लंबी यात्रा में यात्रियों को अधिक आराम मिल सकेगा।

मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं:

क्वांटास एयरवेज यात्रियों को इस लंबी उड़ान में बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है:

  • फर्स्ट क्लास: यात्रियों के लिए निजी केबिन होंगे, जिनमें 32 इंच की एंटरटेनमेंट स्क्रीन, एक अलमारी, एक बिस्तर और एक रिक्लाइनर कुर्सी शामिल होगी।
  • प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास: इन классов में यात्रियों को अधिक लेगरूम और आरामदायक सीटें मिलेंगी, जिससे लंबी यात्रा भी आसान हो जाएगी।
  • बिजनेस क्लास: बिजनेस क्लास के यात्रियों को प्राइवेसी के लिए दीवारों के साथ ले-फ्लैट गद्दे मिलेंगे, जो उन्हें आरामदायक नींद का अनुभव कराएंगे।
  • वेलबीइंग जोन: लंबी हवाई यात्रा के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए विमान में एक विशेष 'वेलबीइंग जोन' बनाया जाएगा। यहां यात्री घूम सकते हैं, स्ट्रेचिंग कर सकते हैं और खुद को तरोताजा महसूस कर सकते हैं।

विमान के डिजाइन में किए गए बदलाव:

क्वांटास को इन रूटों पर रोजाना सेवाएं देने के लिए कम से कम तीन एयरबस A350-1000 विमानों की आवश्यकता होगी। विमानों की डिलीवरी 2026 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ रेगुलेटरी जरूरतों के कारण विमान के डिजाइन में कुछ बदलाव करने पड़े हैं, जिससे डिलीवरी में थोड़ी देरी हो रही है। लेकिन क्वांटास ने 2027 की शुरुआत में 'प्रोजेक्ट सनराइज' लॉन्च करने का दृढ़ संकल्प लिया है।

खास फ्यूल का होगा इस्तेमाल:

'प्रोजेक्ट सनराइज' यात्रियों के लिए अविश्वसनीय सुविधा लेकर आएगा, लेकिन इसके आर्थिक और पर्यावरणीय पहलू भी हैं। अल्ट्रा-लॉन्ग-हॉल उड़ानें संचालित करना काफी खर्चीला होता है, क्योंकि नॉन-स्टॉप उड़ानों के लिए अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है, जिससे ईंधन की खपत बढ़ जाती है। क्वांटास का लक्ष्य है कि वह अधिक ईंधन-कुशल विमानों का उपयोग करे और साथ ही सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (Sustainable Aviation Fuel) का भी इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। इन रूटों पर टिकट की कीमतें थोड़ी अधिक हो सकती हैं, क्योंकि इनमें बेहतर सर्विस और ऑपरेशनल कॉस्ट शामिल होंगे।

'प्रोजेक्ट सनराइज' वास्तव में दुनिया के दूरदराज के हिस्सों को जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो महाद्वीपों के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देगा। बिना किसी स्टॉपओवर के, क्वांटास यात्रियों को एक अधिक सुगम और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। यह महत्वाकांक्षी परियोजना निश्चित रूप से वैश्विक हवाई यात्रा के परिदृश्य को बदल देगी।