जब रेड कार्पेट पर दिखा 'अद्भुत' अंदाज: अल्बानियाई पीएम के जेस्चर ने छेड़ी बहस

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के स्वागत में अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा का रेड कार्पेट पर घुटने टेकना चर्चा का विषय बन गया। क्या यह सम्मान की पराकाष्ठा थी या कुछ और? यूरोपियन समिट के दौरान घटी इस घटना ने राजनयिक दुनिया में हलचल पैदा कर दी है।

जब रेड कार्पेट पर दिखा 'अद्भुत' अंदाज: अल्बानियाई पीएम के जेस्चर ने छेड़ी बहस

[यूरोपियन समिट का स्थान, संभवतः ब्रसेल्स], शनिवार, 17 मई 2025। राजनयिक दुनिया अक्सर अपनी सधी हुई चालों, कठोर प्रोटोकॉल और सावधानीपूर्वक रचे गए स्वागत समारोहों के लिए जानी जाती है। लेकिन हाल ही में यूरोपियन समिट के दौरान एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने इन पारंपरिक बंधनों को तोड़ते हुए लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। यह दृश्य था अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा का, जो इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के स्वागत में रेड कार्पेट पर घुटने के बल बैठे दिखाई दिए।

तस्वीरें तेजी से वायरल हुईं और सोशल मीडिया पर इस 'अद्भुत' अंदाज को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोगों ने इसे असाधारण सम्मान और गर्मजोशी भरे स्वागत की पराकाष्ठा बताया, वहीं दूसरी ओर कई लोगों ने इसे राजनयिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन और कुछ हद तक अजीब व्यवहार करार दिया।

जॉर्जिया मेलोनी, जो यूरोपियन समिट में भाग लेने पहुंची थीं, का स्वागत एडी रामा ने जिस अंदाज में किया, वह निश्चित रूप से सामान्य स्वागत की रस्मों से बहुत अलग था। रेड कार्पेट पर एक प्रधानमंत्री का इस तरह से किसी अन्य राष्ट्राध्यक्ष के सामने झुकना, खासकर जब दोनों यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के प्रमुख हों (हालांकि अल्बानिया अभी सदस्यता की प्रक्रिया में है), कई सवाल खड़े करता है।

इस घटना को समझने के लिए हमें कुछ पहलुओं पर ध्यान देना होगा। सबसे पहले, इटली और अल्बानिया के बीच द्विपक्षीय संबंध कैसे हैं? क्या दोनों देशों के बीच कोई विशेष ऐतिहासिक या राजनीतिक जुड़ाव है जो इस तरह के असाधारण जेस्चर को प्रेरित कर सकता है? दूसरा, यूरोपियन समिट का माहौल और तात्कालिक परिस्थितियां क्या थीं? क्या यह स्वागत किसी विशेष एजेंडे या कूटनीतिक संदेश का हिस्सा था?

कुछ विश्लेषकों का मानना है कि एडी रामा का यह व्यवहार अल्बानिया द्वारा यूरोपीय संघ में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को देखते हुए इटली के प्रति गहरी कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक हो सकता है। इटली, यूरोपीय संघ के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में, अल्बानिया की सदस्यता प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ऐसे में, एडी रामा का यह जेस्चर मेलोनी को प्रभावित करने और इटली के समर्थन को मजबूत करने का एक प्रयास हो सकता है।

वहीं, दूसरी ओर, राजनयिक प्रोटोकॉल के जानकारों का कहना है कि इस तरह का व्यवहार अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक राष्ट्राध्यक्ष की गरिमा के अनुरूप नहीं है। उनका तर्क है कि सभी राष्ट्राध्यक्षों को समान स्तर पर सम्मान दिया जाना चाहिए, और इस तरह से घुटने टेकना एक तरह की अधीनता या असमानता को दर्शाता है। कुछ लोगों ने इसे एडी रामा का एक नाटकीय और गैर-पारंपरिक व्यक्तित्व दिखाने का तरीका भी बताया है, जो अक्सर अपने unconventional अंदाज के लिए जाने जाते हैं।

जॉर्जिया मेलोनी की प्रतिक्रिया भी इस पूरे घटनाक्रम में महत्वपूर्ण है। तस्वीरों में उनकी मुस्कान और सहजता दिखाई दे रही है, लेकिन पर्दे के पीछे उन्होंने इस स्वागत को किस तरह से लिया होगा, यह कहना मुश्किल है। एक शक्तिशाली यूरोपीय राष्ट्र की प्रमुख होने के नाते, उन्हें इस तरह के असाधारण स्वागत की आदत शायद न हो।

इस घटना ने सोशल मीडिया पर एक गरमागरम बहस छेड़ दी है। कुछ यूजर्स एडी रामा के इस अंदाज को 'अद्भुत' और 'दिल जीतने वाला' बता रहे हैं, जबकि अन्य इसे 'अपमानजनक' और 'नौटंकी' करार दे रहे हैं। कुछ लोगों ने तो इसे ऐतिहासिक संदर्भों से जोड़कर भी देखा है, जहां राजा-महाराजाओं के सामने इस तरह से सम्मान प्रदर्शित किया जाता था।

यह भी ध्यान देने वाली बात है कि एडी रामा और जॉर्जिया मेलोनी दोनों ही अपने-अपने देशों में मजबूत और प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। रामा लंबे समय से अल्बानिया के प्रधानमंत्री हैं और उन्होंने देश को यूरोपीय संघ की सदस्यता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं, मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं और उन्होंने अपने रूढ़िवादी विचारों और दृढ़ नेतृत्व के लिए पहचान बनाई है। ऐसे दो शक्तिशाली नेताओं के बीच इस तरह का असामान्य स्वागत निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के अध्ययनकर्ताओं के लिए एक दिलचस्प केस स्टडी बन गया है।

यूरोपीय समिट जैसे महत्वपूर्ण मंच पर, जहां विभिन्न देशों के नेता आपसी सहयोग और साझा हितों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित होते हैं, इस तरह की घटनाएं अक्सर कूटनीतिक संदेश और राजनीतिक समीकरणों को दर्शाती हैं। एडी रामा के इस जेस्चर का दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। क्या इससे अल्बानिया और इटली के बीच संबंध और मजबूत होंगे? या फिर यह सिर्फ एक अनोखा और विवादास्पद क्षण बनकर रह जाएगा?

फिलहाल, अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा का इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के स्वागत में रेड कार्पेट पर घुटने टेकना एक ऐसा दृश्य है जिसे आसानी से भुलाया नहीं जा सकेगा। यह 'अद्भुत' अंदाज राजनयिक दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसने हमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जटिलताओं और व्यक्तिगत जेस्चर के महत्व पर गहराई से विचार करने का मौका दिया है। अंततः, इस व्यवहार की व्याख्या व्यक्ति की अपनी राय और राजनयिक प्रोटोकॉल की समझ पर निर्भर करेगी।