चंदौली: भीम आर्मी की पहल से मृतक परिवार को मिला न्याय का भरोसा, जिले में बढ़ता संगठन का प्रभाव

चंदौली में हिंसा के शिकार परिवार को भीम आर्मी ने दिलाया न्याय का भरोसा, संगठन का बढ़ता प्रभाव।

चंदौली: भीम आर्मी की पहल से मृतक परिवार को मिला न्याय का भरोसा, जिले में बढ़ता संगठन का प्रभाव

चंदौली: सदर कोतवाली क्षेत्र के नेगुरा गांव में हाल ही में गाड़ी ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में 45 वर्षीय बादशाह की दुखद मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस हृदयविदारक घटना के बाद, जहां गांव में गम और तनाव का माहौल व्याप्त है, वहीं भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने मृतक बादशाह के परिवार के लिए न्याय की बुलंद आवाज उठाई है।

घटना के तत्काल बाद, 19 मई को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख प्रतिनिधि, पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेश कुमार के नेतृत्व में मृतक बादशाह के शोक संतप्त परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया। इस दौरान, एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मृतक के परिजनों से सीधी बातचीत की।

वीडियो कॉल पर चंद्रशेखर आजाद ने शोकग्रस्त परिजनों को ढांढस बंधाया और उन्हें विश्वास दिलाया कि दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने और उन्हें कड़ी सजा दिलवाने के लिए वह हर आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "हम इस दुखद घटना को किसी भी कीमत पर अनदेखा नहीं करेंगे। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ चट्टान की तरह मजबूती से खड़ी है। न्याय की इस लड़ाई में आपको अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।"

चंद्रशेखर आजाद ने इस गंभीर घटना को लेकर अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से भी एक मार्मिक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "नेगुरा गांव में हुई हिंसा में एक निर्दोष की जान जाना अत्यंत दुखद और निंदनीय है। हमारी प्रशासन से पुरजोर मांग है कि सभी नामजद आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए और पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले।"

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद भीम आर्मी की तत्परता और सक्रियता ने एक बार फिर चंदौली जिले में संगठन के बढ़ते हुए प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाया है। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिस प्रकार पीड़ित परिवार के दुख में साथ दिया और उन्हें न्याय दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाए, उससे यह साफ हो गया है कि यह संगठन न केवल सामाजिक न्याय की लड़ाई में एक अग्रणी शक्ति है, बल्कि पीड़ितों के लिए न्याय की प्रक्रिया को तेज करने और उन्हें भरोसा दिलाने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

यह घटना एक बार फिर यह महत्वपूर्ण सबक सिखाती है कि कैसे जमीनी स्तर पर सक्रिय सामाजिक संगठन पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने और समुदायों के बीच शांति और सद्भाव स्थापित करने में एक अपरिहार्य भूमिका निभा सकते हैं। भीम आर्मी की इस सक्रियता ने न केवल उनके जनाधार को और मजबूत किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि वे समाज के हाशिए पर खड़े और जरूरतमंद लोगों के लिए एक सशक्त और विश्वसनीय आवाज हैं।