चंदौली पुलिस की पहल से टूटा रिश्ता जुड़ा: महिला थाना के प्रयास से 2 बिछड़े दंपती फिर साथ आए

चंदौली पुलिस द्वारा परिवार परामर्श केन्द्र के माध्यम से दो अलग हुए दंपतियों को समझा-बुझाकर फिर से एक कर दिया गया। जानिए कैसे रिश्तों में लौटी खुशियां।

चंदौली पुलिस की पहल से टूटा रिश्ता जुड़ा: महिला थाना के प्रयास से 2 बिछड़े दंपती फिर साथ आए

चंदौली, 12 मई 2025: कानून व्यवस्था को बनाए रखने के साथ-साथ अब चंदौली पुलिस सामाजिक रिश्तों को भी संजोने में सक्रिय भूमिका निभा रही है। महिला थाना एवं परिवार परामर्श केन्द्र की सतत कोशिशों से दो बिछड़े दंपती एक बार फिर से साथ रहने को तैयार हो गए हैं।

पुलिस बनी रिश्तों की पुनर्संरचना की मिसाल

पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के नेतृत्व में महिला थाना चंदौली द्वारा लगातार यह प्रयास किया जा रहा है कि घरेलू विवादों के कारण अलग हुए पति-पत्नी को फिर से एकजुट किया जाए। इस क्रम में, 12 मई 2025 को दो ऐसे प्रकरणों में सफलता मिली, जहाँ पति-पत्नी के बीच विवाद के कारण दोनों पक्ष अलग हो गए थे।

काउंसलिंग से खुला संवाद का रास्ता

महिला थाना की टीम ने दोनों पक्षों को नोटिस व मोबाइल के माध्यम से बुलाया और पारिवारिक मूल्यों, विश्वास व रिश्तों की अहमियत को समझाया। काफी समय तक बातचीत व काउंसलिंग के बाद, दोनों दंपतियों ने बिना किसी दबाव के बीती बातों को भूलकर एक नई शुरुआत करने पर सहमति जताई।

रिश्तों में लौटी नई रोशनी

महिला थाना की काउंसलिंग के बाद दोनों परिवारों ने खुशी-खुशी एक-दूसरे को स्वीकार कर लिया और साथ में रहने का निर्णय लिया। इस मानवीय पहल ने यह साबित किया कि पुलिस न सिर्फ सुरक्षा की गारंटी है, बल्कि सामाजिक सौहार्द की संरक्षक भी है।


पुलिस अधीक्षक का मानवीय दृष्टिकोण

एसपी चंदौली आदित्य लांग्हे ने कहा:

“हमारी कोशिश है कि पारिवारिक विवादों को कानून के दायरे में रखते हुए संवाद और समझदारी के जरिए सुलझाया जाए। हमारा उद्देश्य केवल मुकदमे दर्ज करना नहीं, बल्कि समाज में स्थिरता व शांति बनाए रखना भी है।”


निष्कर्ष

चंदौली पुलिस का यह कदम न केवल मानवता की एक मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आज की खाकी वर्दी सिर्फ कानून की प्रतीक नहीं, बल्कि समाज के ताने-बाने को मजबूत करने वाली शक्ति बन चुकी है।