गुजरात में कुदरत का कहर: आंधी-बारिश से मची तबाही, 14 की मौत, मौसम विभाग का अलर्ट

"गुजरात में आंधी-बारिश का कहर! पेड़ गिरे, मकान ढहे, 14 लोगों की मौत, मौसम विभाग ने जारी किया अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश और तूफान का अलर्ट।"

गुजरात में कुदरत का कहर: आंधी-बारिश से मची तबाही, 14 की मौत, मौसम विभाग का अलर्ट

अहमदाबाद: गुजरात में बेमौसम की बारिश, तेज आंधी और तूफान ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। अहमदाबाद, आणंद, खेड़ा, दाहोद, अरावली और वडोदरा जिलों में बिजली गिरने, करंट लगने, पेड़, मकान और होर्डिंग गिरने जैसी घटनाओं में 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य में बारिश, तूफान और आंधी का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में गुजरात के 253 तालुकाओं में से 168 में बेमौसम बारिश दर्ज की गई है। खेड़ा, गांधीनगर, मेहसाणा और वडोदरा जैसे जिलों में 25 से 40 मिमी तक बारिश हुई। तेज हवाओं के चलते कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, होर्डिंग गिर गए और मकानों के कुछ हिस्से धराशाई हो गए, जिससे कई लोग घायल भी हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि अकेले सोमवार को अहमदाबाद, आणंद, खेड़ा, दाहोद, अरावली और वडोदरा जिलों में 13 लोगों की मौत हुई। वहीं, रविवार को अहमदाबाद के वीरमगाम में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई थी। मृतकों में खेड़ा जिले के चार, वडोदरा के तीन, अहमदाबाद, दाहोद और अरावली के दो-दो और आणंद जिले के एक व्यक्ति शामिल हैं। दुखद बात यह है कि चार लोगों की मौत पेड़ गिरने से हुई, जबकि दो लोग होर्डिंग के नीचे दबकर अपनी जान गंवा बैठे।

दाहोद जिले के लिमखेड़ा में तेज हवाओं के कारण आग लगने से एक दर्जन से अधिक झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है। बनासकांठा, कच्छ, साबरकांठा, अरावली और आणंद जिलों के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना भी जताई गई है। इस बेमौसम बारिश के कारण गुजरात के कई हिस्सों में दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है और मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की और गिरावट आ सकती है।