Pahalgam Attack : 'वॉटर स्ट्राइक' के बाद अब 'फाइनेंशियल स्ट्राइक'! भारत ने पाकिस्तान की फंडिंग रोकने के लिए ADB से लगाई गुहार
"'वॉटर स्ट्राइक' के बाद भारत की 'फाइनेंशियल स्ट्राइक'! पाकिस्तान की फंडिंग रोकने के लिए ADB से लगाई गुहार, जानें पूरा मामला।"

भारत अब पाकिस्तान की फंडिंग भी रोकेगा
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को चौतरफा घेरने की रणनीति तेज कर दी है। पहले सिंधु जल समझौते के तहत 'वॉटर स्ट्राइक' करते हुए चिनाब नदी का पानी रोका गया, और अब केंद्र सरकार पड़ोसी मुल्क की वित्तीय कमर तोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए भारत ने एशियाई विकास बैंक (ADB) से पाकिस्तान को वित्तीय मदद रोकने की अपील की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में ADB प्रमुख मासातो कांडा के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में यह मुद्दा उठाया।
सूत्रों की मानें तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मुद्दे पर पहले ही इटली के वित्त मंत्री से भी चर्चा की है। इसके अलावा, पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के लिए कई अन्य यूरोपीय देशों के साथ भी बातचीत जारी है। भारत लगातार रणनीतिक रूप से पाकिस्तान को घेरने की कोशिश में जुटा हुआ है।
केंद्र सरकार का मुख्य जोर पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में शामिल करवाने पर है। दिल्ली की ओर से इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, भारत सरकार इस्लामाबाद को मिलने वाली बहुपक्षीय फंडिंग की समीक्षा करने की भी मांग कर रही है।
हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई बड़ा असर पड़ने की संभावना नहीं है। रेटिंग एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि भारत की आर्थिक गतिविधियों में कोई बड़ा व्यवधान उत्पन्न होने के आसार नहीं दिखते क्योंकि पाकिस्तान के साथ उसके आर्थिक संबंध बहुत मामूली हैं। साल 2024 में भारत के कुल निर्यात में पाकिस्तान की हिस्सेदारी 0.5 फीसदी से भी कम रही थी।
लेकिन, मूडीज के अनुसार, लगातार बढ़ते तनाव से पाकिस्तान की बाहरी वित्तीय सहायता बाधित हो सकती है और उसके विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे उसकी आर्थिक वृद्धि दर नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है।
उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जो सोचते हैं, वही करने वाले हैं, भरोसा रखिए। सुरक्षा और कूटनीतिक जानकारों का मानना है कि रक्षा मंत्री का यह बयान पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा संदेश है और यह स्पष्ट संकेत देता है कि भारत पहलगाम हमले का बदला जरूर लेगा। राजनाथ सिंह के इस बयान के बाद पाकिस्तानी नेताओं की बेचैनी और बढ़ गई है और अब वे संभावित कार्रवाई से बचने के रास्ते तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अमेरिका सहित पश्चिमी देशों से उन्हें कोई खास मदद मिलती नहीं दिख रही है