कर्नाटक: बागलकोट जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी का प्रयास विफल, 4 गिरफ्तार; फर्जी 'मदर कार्ड' का इस्तेमाल
कर्नाटक के बागलकोट जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी का प्रयास विफल हो गया। पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला फर्जी मदर कार्ड का इस्तेमाल कर बच्ची चुराने की कोशिश कर रही थी। जांच में सामने आया कि योजना 2024 से ही बनी थी।

कर्नाटक के बागलकोट जिला अस्पताल से नवजात बच्ची के चोरी के प्रयास का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जांच में खुलासा हुआ है कि बच्ची के पैदा होने से पहले ही उसकी चोरी की पूरी प्लानिंग कर ली गई थी। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच शुरू कर दी है। बच्ची को चुराने वाली महिला फर्जी 'मदर कार्ड' की मदद से इस घटना को अंजाम देने की कोशिश में थी, लेकिन इससे पहले ही उसे दबोच लिया गया।
फर्जी मदर कार्ड के साथ अस्पताल पहुंची महिला
पुलिस के अनुसार, साक्षी नाम की एक महिला अपनी माँ और बहनों सहित तीन अन्य लोगों के साथ शुक्रवार को बागलकोट जिला अस्पताल पहुँची थी। इस दौरान उसने अपने पड़ोसियों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि उसे भी बच्चा हुआ है। इसके बाद, अगले दिन उसने किसी और की नवजात बच्ची को अपने साथ सुला लिया। बाद में वह यह कहने लगी कि वह बच्चे की 'नर्स' है और उसका 'कफ' निकाल रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि साक्षी ने कडाकोला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक फर्जी मदर कार्ड बनवाया था, जिसे वह अपनी सुविधा के हिसाब से संशोधित कर रही थी।
'प्रेग्नेंसी निगेटिव', फिर भी बच्ची के साथ
जांच में सामने आया है कि साक्षी साल 2024 में बागलकोट जिला अस्पताल के ओपीडी (OPD) में तीन बार आई थी। यहाँ उसने एक बार अपनी प्रेग्नेंसी भी टेस्ट कराई थी, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बावजूद, साक्षी नाम की यह महिला अस्पताल के एक वार्ड में एक नवजात बच्ची के साथ लेटी थी। डॉक्टरों को संदेह होने पर महिला की जांच कराई गई, तो पता चला कि महिला ने उस बच्ची को जन्म नहीं दिया है, वह किसी और की बच्ची है। बाद में खुलासा हुआ कि महिला ने बच्ची चुराई थी।
2024 से ही थी चोरी की योजना, परिवार भी शामिल
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि महिला ने बच्चा चोरी की यह पूरी योजना साल 2024 में ही बना ली थी। पुलिस की पूछताछ में महिला ने पहले तो दावा किया कि यह बच्ची उसी की है, लेकिन बाद में सच्चाई सामने आ गई। इस काम में महिला के साथ उसकी माँ और बहनों सहित तीन लोग शामिल थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की जा रही है ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश हो सके। यह घटना अस्पताल में नवजात शिशुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।