Varanasi : वैशाख पूर्णिमा पर नमामि गंगे का स्वच्छता अभियान, बुद्ध के पर्यावरण संदेश का किया आह्वान

वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर नमामि गंगे ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान। भगवान बुद्ध के पर्यावरण संरक्षण संदेश का किया गया प्रचार।

Varanasi : वैशाख पूर्णिमा पर नमामि गंगे का स्वच्छता अभियान, बुद्ध के पर्यावरण संदेश का किया आह्वान

वाराणसी : वाराणसी में वैशाख पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा नदी के तट पर एक महत्वपूर्ण पहल देखने को मिली। नमामि गंगे परियोजना ने आज दशाश्वमेध घाट पर एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल गंगा घाटों को स्वच्छ रखना था, बल्कि भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण संदेश को भी जन-जन तक पहुंचाना था।

मान्यताओं के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु के बुद्ध अवतार के रूप में भी मनाया जाता है। इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए, नमामि गंगे की टीम ने ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करते हुए भगवान बुद्ध के पर्यावरण संरक्षण संबंधी उपदेशों का प्रचार किया और लोगों से गंगा नदी को स्वच्छ रखने की अपील की।

इस स्वच्छता जागरूकता अभियान के दौरान एक उत्साहजनक दृश्य यह भी रहा कि वहां मौजूद विदेशी पर्यटकों ने भी स्थानीय लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक और नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला ने किया।

अभियान के दौरान, नमामि गंगे की टीम ने गंगा घाट की तलहटी और किनारों पर फैली गंदगी को स्वयं उठाकर कूड़ेदान तक पहुंचाया। विशेष रूप से, पॉलिथीन कचरा और श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में विसर्जित की गई पूजा सामग्री के अवशेषों को गंगा के पानी से बाहर निकाला गया। नमामि गंगे की टीम को स्वच्छता कार्य में जुटा देखकर, घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भी उनका साथ दिया। उन्होंने मां गंगा की आरती उतारी और स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध ने हमेशा पर्यावरण के संरक्षण का संदेश दिया है। उनके उपदेशों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मनुष्य को अपने किसी भी कार्य से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनजीवन में नदियों का कितना अधिक महत्व है, यह इस बात से स्पष्ट है कि हमारे धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, व्यापारिक, पर्यटन, स्वास्थ्य, कृषि, शैक्षिक, औषधि, पर्यावरण और अनगिनत अन्य क्षेत्र सीधे तौर पर हमारी नदियों से जुड़े हुए हैं।

इस महत्वपूर्ण आयोजन में नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक और नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला के साथ पूनम शुक्ला, सचिन शर्मा, गिरिराज और निरपत पाल सहित कई अन्य प्रमुख कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे और उन्होंने सक्रिय रूप से इस अभियान में योगदान दिया।

नमामि गंगे की यह पहल वैशाख पूर्णिमा के स्नान पर्व पर गंगा की स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक सराहनीय प्रयास है। भगवान बुद्ध के पर्यावरण संरक्षण के संदेश को इस अवसर पर प्रसारित करके, संगठन ने न केवल वर्तमान पीढ़ी को बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी पर्यावरण के महत्व को समझने और उसे बचाने के लिए प्रेरित किया है। यह कार्यक्रम धार्मिक और सामाजिक मूल्यों के साथ पर्यावरण संरक्षण के संदेश को जोड़ने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।