कुछ बड़ा होने वाला है! पीएम मोदी की ताबड़तोड़ बैठकें, NSA डोभाल से लेकर गृह सचिव तक, पाकिस्तान की खैर नहीं!

"कुछ बड़ा होने वाला है! पीएम मोदी की ताबड़तोड़ बैठकें, NSA डोभाल से लेकर गृह सचिव तक, पाकिस्तान की खैर नहीं! जानें क्या है पूरा मामला।"

कुछ बड़ा होने वाला है! पीएम मोदी की ताबड़तोड़ बैठकें, NSA डोभाल से लेकर गृह सचिव तक, पाकिस्तान की खैर नहीं!

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई, जिसके बाद से ही भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हमले के बाद से ही लगातार उच्च-स्तरीय बैठकों में व्यस्त हैं, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से लेकर गृह सचिव तक शामिल हैं। इन बैठकों से साफ संकेत मिल रहा है कि भारत सरकार पाकिस्तान को इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।  

पीएम मोदी की बैठकों का तूफानी सिलसिला:

पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने अपनी सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही रद्द कर दिया था। दिल्ली लौटते ही उन्होंने NSA अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ आपातकालीन बैठक की। इसके बाद, 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक फैसले लिए गए, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी-वाघा सीमा को बंद करना शामिल था।  

29 अप्रैल को पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों के साथ 90 मिनट तक चली हाई-लेवल बैठक में सशस्त्र बलों को खुली छूट देने का फैसला लिया। 30 अप्रैल को भी पीएम ने अपने आवास पर विदेश मंत्री जयशंकर, NSA डोभाल और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की। और अब, 5 मई 2025 को पीएम मोदी ने NSA अजीत डोभाल के साथ एक और अहम बैठक की, जिसके बाद उन्होंने गृह सचिव गोविंद मोहन से भी मुलाकात की।  

इन बैठकों में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति, आतंकी नेटवर्क के खिलाफ ऑपरेशन और पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बढ़ाने की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

पाकिस्तान के खिलाफ चौतरफा तैयारी:

भारत ने इस हमले के बाद न सिर्फ सिंधु जल संधि को स्थगित किया है, बल्कि पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और अटारी सीमा को बंद करने जैसे कड़े कदम भी उठाए हैं। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने सेनाओं को जवाबी कार्रवाई के लिए समय, लक्ष्य और तरीके तय करने की पूरी आजादी दे दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी साफ संकेत दिए हैं कि आतंकवाद के समर्थकों को 'मुंहतोड़ जवाब' मिलेगा।  

भारतीय सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान तेज कर दिए गए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी हमले की साजिश और आतंकी नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है। इन सभी घटनाक्रमों से साफ जाहिर है कि भारत सरकार पाकिस्तान को इस हमले का करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।