शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर दिखते हैं ये जरूरी लक्षण, ऐसे करें पहचान
शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर थकान, बालों का झड़ना, त्वचा का रूखापन और बार-बार बीमार पड़ना जैसे लक्षण दिखते हैं। पहचान और इलाज के बारे में जानें।

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने और नई कोशिकाओं के निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों में भूमिका निभाता है। बदलती जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण आजकल लोगों में प्रोटीन की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है। पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. समीर भाटी के अनुसार, डाइट में कार्बोहाइड्रेट और फैट की अधिकता और प्रोटीन की कमी के कारण शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिन्हें समय पर पहचानना जरूरी है।
शरीर में प्रोटीन की कमी क्यों होती है?
डॉ. समीर भाटी बताते हैं कि आजकल लोगों के आहार में प्रोटीन की मात्रा कम होती है, जबकि कार्बोहाइड्रेट और फैट अधिक होता है। लोग अपने वजन के अनुसार प्रतिदिन आवश्यक प्रोटीन की मात्रा पर ध्यान नहीं देते हैं, जिससे शरीर में प्रोटीन की कमी होने लगती है। पिछले कुछ सालों में यह समस्या कम उम्र के लोगों में भी तेजी से बढ़ रही है।
शरीर में प्रोटीन की कमी के लक्षण:
डॉ. समीर भाटी शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर निम्नलिखित लक्षणों के दिखने की संभावना बताते हैं:
- थकान (Fatigue): प्रोटीन ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, इसकी कमी से लगातार थकान महसूस हो सकती है।
- बालों का झड़ना (Hair Fall): प्रोटीन बालों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, कमी होने पर बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
- त्वचा का रूखापन (Dry Skin): प्रोटीन त्वचा की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है, कमी से त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है।
- नाखून कमजोर होना (Weak Nails): प्रोटीन नाखूनों की मजबूती के लिए आवश्यक है, कमी से नाखून कमजोर और भंगुर हो सकते हैं।
- बार-बार बीमार होना (Frequent Illness): प्रोटीन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है, कमी से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- शरीर में सूजन (Swelling): प्रोटीन रक्त वाहिकाओं में तरल पदार्थ के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, कमी से शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आ सकती है।
- वजन का कम होना (Weight Loss): मांसपेशियों के क्षय के कारण वजन कम हो सकता है।
- मांसपेशियों में कमजोरी (Muscle Weakness): प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है, कमी से मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं।
- बीमारी का देर से ठीक होना (Slow Healing of Illness): प्रोटीन कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करता है, कमी से बीमारियों से ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।
- घाव का देर से भरना (Slow Wound Healing): प्रोटीन ऊतकों के पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक है, कमी से घाव भरने में देरी हो सकती है।
प्रोटीन की कमी को कैसे दूर करें:
यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत अपने आहार में बदलाव करें और प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं।
- आहार में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें: मांस, मछली, अंडे, दालें, नट्स, बीज, डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर) और सोयाबीन जैसे खाद्य पदार्थों को अपने दैनिक आहार में शामिल करें।
- दिनचर्या में बदलाव करें और व्यायाम करें: नियमित व्यायाम मांसपेशियों को मजबूत बनाने और प्रोटीन के बेहतर उपयोग में मदद करता है।
- खुद को हाइड्रेट रखें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शरीर के सभी कार्यों के लिए जरूरी है।
- डॉक्टर से परामर्श करें: यदि आपको अत्यधिक कमजोरी महसूस हो रही है या लक्षणों में सुधार नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें। वे यह पता लगाने में मदद कर सकते हैं कि आपके शरीर में किन प्रोटीन की कमी है और आपको प्रोटीन सप्लीमेंट लेने की सलाह भी दे सकते हैं।
शरीर में प्रोटीन की कमी को पहचानना और उसका समय पर इलाज करना महत्वपूर्ण है ताकि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके। अपने आहार में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करके और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं।