रामपुर: यूपी पुलिस जवान चमन सिंह ने मांगी बॉर्डर पर तैनाती, वीडियो वायरल होने के बाद हुआ तबादला
रामपुर में यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल चमन सिंह ने भारत-पाक तनाव के बीच बॉर्डर पर ड्यूटी की मांग करते हुए वीडियो शेयर किया। वीडियो वायरल होने के बाद उनका तबादला कर दिया गया है।

रामपुर (उत्तर प्रदेश): यूपी पुलिस में कार्यरत हेड कांस्टेबल चमन सिंह ने एक अनोखी मांग करते हुए सुर्खियां बटोरी हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच उन्होंने देश सेवा की भावना प्रकट करते हुए बॉर्डर पर तैनात किए जाने की मांग की है। उन्होंने अपने इस आग्रह को एक वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में रखी देशभक्ति की भावना
चमन सिंह द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं कि वे वर्तमान में यूपी पुलिस में कार्यरत हैं, लेकिन वे देश की सेवा करना चाहते हैं और इसके लिए वे बॉर्डर पर जाकर तैनाती चाहते हैं। उनका कहना है कि जब देश के जवान सीमा पर तैनात हैं, तब वे भी पीछे नहीं रहना चाहते। उन्होंने सरकार और पुलिस प्रशासन से अपील की कि उन्हें सीमा पर सेवा का अवसर दिया जाए।
प्रशासन ने जताई नाराज़गी, कहा- बिना अनुमति बनाया वीडियो
इस वीडियो के सामने आने के बाद रामपुर पुलिस प्रशासन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हेड कांस्टेबल चमन सिंह ने बिना किसी पूर्व अनुमति के यह वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया है, जो सेवा नियमों के खिलाफ है।
रामपुर पुलिस की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि यह कोई आधिकारिक अनुरोध नहीं था और न ही विभाग को इसकी कोई जानकारी पहले से थी।
तबादले की प्रक्रिया पहले से थी जारी
वायरल वीडियो के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल चमन सिंह का तबादला कर दिया है। हालांकि, रामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विद्या सागर मिश्र ने बताया कि चमन सिंह के तबादले की प्रक्रिया पहले से ही चल रही थी और यह वीडियो का परिणाम नहीं है।
एसपी मिश्र ने कहा, “चमन सिंह का ट्रांसफर पहले से प्रक्रिया में था। अब उनका तबादला आदेश जारी हो चुका है और उन्हें जल्द ही वर्तमान पद से रिलीव किया जा रहा है।”
सोशल मीडिया पर दो धड़े
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। कुछ लोग हेड कांस्टेबल चमन सिंह की देशभक्ति की भावना की सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे पुलिस सेवा नियमों का उल्लंघन मानते हुए अनुशासनहीनता करार दे रहे हैं।
निष्कर्ष
इस मामले ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि सुरक्षा बलों में कार्यरत कर्मचारियों को व्यक्तिगत विचारों और भावनाओं को सार्वजनिक करने की क्या सीमाएं होनी चाहिए। हालांकि चमन सिंह की भावना देशभक्ति से प्रेरित हो सकती है, लेकिन सेवा अनुशासन और प्रक्रिया का पालन करना हर सरकारी कर्मचारी का कर्तव्य भी होता है।