वैष्णवी हगवणे मामला: ससुर गिरफ्तार, पश्चाताप के सवाल पर अहंकारपूर्ण इनकार

वैष्णवी हगवणे मामले में ससुर गिरफ्तार, पछतावे के सवाल पर अहंकारपूर्ण इनकार, दहेज उत्पीड़न का आरोप।

वैष्णवी हगवणे मामला: ससुर गिरफ्तार, पश्चाताप के सवाल पर अहंकारपूर्ण इनकार

महाराष्ट्र को झकझोर देने वाले वैष्णवी हगवणे मौत मामले में नया मोड़ आया है। आखिरकार पुलिस ने फरार चल रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के पूर्व तालुका अध्यक्ष और वैष्णवी के ससुर राजेंद्र हगवणे और उनके बेटे सुशील हगवणे को स्वारगेट इलाके से गिरफ्तार कर लिया है।

वैष्णवी हगवणे ने मुलशी स्थित अपने ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनके पिता अनिल कासपाटे ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में पहले ही वैष्णवी के पति शशांक, सास लता और देवर करिश्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है।

राजेंद्र हगवणे और सुशील सात दिनों तक पुलिस से बचते रहे। गिरफ्तारी से पहले, उन्हें सीसीटीवी फुटेज में एक होटल में खाते हुए देखा गया था, जिससे लोगों में काफी गुस्सा था। पुलिस की छह टीमों ने गहन जांच के बाद उन्हें स्वारगेट से गिरफ्तार करने में सफलता पाई।

गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों ने राजेंद्र हगवणे से सवाल पूछा, "हगवणे, क्या तुम्हें पश्चाताप हो रहा है?" इस सवाल पर राजेंद्र हगवणे ने बिना किसी खेद के अहंकारपूर्ण तरीके से हाथ हिलाते हुए इनकार कर दिया। उनकी इस प्रतिक्रिया ने लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया। पत्रकारों के सवालों का सामना करते समय उनका अहंकार साफ झलक रहा था, जिसकी सोशल मीडिया पर भी कड़ी आलोचना हो रही है।

घटना के बाद अजित पवार ने राजेंद्र हगवणे और सुशील को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। सुप्रिया सुले ने भी इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। महाराष्ट्र महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद वैष्णवी के 10 महीने के बच्चे को उसके मायके वालों को सौंप दिया गया है। फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या है या हत्या, क्योंकि वैष्णवी के शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए थे।