Varanasi News : बनारस में प्रयागराज के लिए अवैध टैक्सी स्टैंडों का बोलबाला, कार्रवाई बे असर
वाराणसी में प्रयागराज के लिए अवैध टैक्सी स्टैंड का धंधा ज़ोरों पर। कैंट स्टेशन और रोडवेज के पास 150 से ज्यादा वहां फर्राटा भर रहे हैं, करवाएं ब्यासर।

Varanasi News : धर्म नगरी वाराणसी में प्रयागराज के लिए अवैध टैक्सी स्टैंडों का संचालन खुलेआम हो रहा है। कैंट रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेशन के आसपास इन अवैध स्टैंडों पर लगाम लगाने के लिए कई बार अभियान चलाए गए, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन और रोडवेज के आसपास डग्गामार वाहनों का संचालन लगातार जारी है। पिछले हफ्ते ही क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) और पुलिस ने इन वाहनों पर नकेल कसने के लिए संयुक्त कार्रवाई की थी। हालांकि, इस अभियान का भी कोई खास असर देखने को नहीं मिला। रोडवेज पुलिस चौकी और सिगरा थाने को इन अवैध गतिविधियों पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
रोडवेज बस स्टेशन के पास प्रयागराज के लिए एक बड़ा अवैध टैक्सी स्टैंड चल रहा है, जहां से रोजाना 150 से अधिक टैक्सियां सवारियों को भरकर रवाना होती हैं। वहीं, कैंट रेलवे स्टेशन के ठीक सामने डग्गामार बसें खुलेआम सवारियां भरती नजर आती हैं। सुबह तड़के कैंट स्टेशन के मुख्य गेट के सामने इन डग्गामार बसों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। अनुमान है कि कैंट स्टेशन और रोडवेज के आसपास से लगभग 150 चार पहिया वाहन नियमित रूप से प्रयागराज रूट पर संचालित हो रहे हैं। सिर्फ प्रयागराज ही नहीं, बल्कि आजमगढ़ और जौनपुर रूट पर भी डग्गामार बसों का संचालन बेरोकटोक जारी है।
हालांकि, यह सच है कि रोडवेज, पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने समय-समय पर अभियान चलाकर डग्गामार बसों और टैक्सी के रूप में चल रहे अवैध चार पहिया वाहनों को जब्त (सीज) किया और उनका चालान भी किया था। यहां तक कि अवैध टैक्सी स्टैंडों को भी बंद कराया गया था।
लेकिन, रोडवेज पुलिस चौकी की कथित लचर व्यवस्था के चलते अवैध टैक्सी स्टैंड फिर से फल-फूल रहे हैं। कैंट स्टेशन और रोडवेज के बीच यूनियन बैंक के पास प्रयागराज के लिए एक नया चार पहिया वाहन स्टैंड शुरू हो चुका है। यहां से रात और सुबह के समय बड़ी संख्या में गाड़ियां संचालित हो रही हैं। इतना ही नहीं, रोडवेज बस अड्डे के गेट से भी खुलेआम यात्रियों को इन अवैध टैक्सियों में बैठाया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों इन अवैध टैक्सी स्टैंडों पर स्थायी रूप से लगाम नहीं लग पा रही है और क्यों यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।