कर्नल सोफिया विवाद: गोंड वोट बैंक बना विजय शाह पर कार्रवाई में बीजेपी की राह में रोड़ा

मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान से बीजेपी नेतृत्व नाराज तो है, लेकिन उनकी बर्खास्तगी को लेकर असमंजस में है। इसका मुख्य कारण शाह का गोंड जनजाति से होना है, जिसे बीजेपी नाराज नहीं करना चाहती।

कर्नल सोफिया विवाद: गोंड वोट बैंक बना विजय शाह पर कार्रवाई में बीजेपी की राह में रोड़ा

भोपाल, शनिवार, 17 मई 2025। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भारी असमंजस में है। पार्टी कानूनी कार्रवाई का इंतजार कर रही है, लेकिन विजय शाह को मंत्रिमंडल से हटाने में झिझक रही है। इसका मुख्य कारण है विजय शाह का गोंड जनजाति से होना।

विजय शाह गोंड समाज से आते हैं और गोंड राजपरिवार से भी ताल्लुक रखते हैं। मध्य प्रदेश में गोंड जनजाति की आबादी लगभग 50 लाख से अधिक है और राज्य की 84 विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव है। बीजेपी नेतृत्व विजय शाह को हटाकर गोंड मतदाताओं को नाराज नहीं करना चाहता है, जो राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मध्य प्रदेश में आदिवासियों की कुल आबादी 22 प्रतिशत है, जिसमें गोंड आदिवासियों की संख्या 35 प्रतिशत है। गोंड जनजाति मुख्य रूप से छिंदवाड़ा, बैतूल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया और शहडोल जिलों में फैली हुई है।

विजय शाह ने 11 मई को महू में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद कांग्रेस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। 15 मई को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने शाह से माफी मांगने को कहा, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अंतरिम राहत याचिका खारिज कर दी और उनके बयान को आपत्तिजनक बताया।

बीजेपी ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए शाह से रिपोर्ट मांगी थी। शाह ने बाद में माफी मांगी और कहा कि उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया था। हालांकि, कर्नल सोफिया कुरैशी, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश किया था, पर टिप्पणी करके विजय शाह पूरी तरह से घिर गए हैं।

बीजेपी नेतृत्व अब इस मामले में कोर्ट और पुलिस द्वारा की जा रही कानूनी कार्रवाई का इंतजार कर रहा है। पार्टी इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है, क्योंकि विजय शाह को हटाने से गोंड मतदाताओं की नाराजगी का खतरा है।