अहमदाबाद विमान हादसा: गुजरात के पूर्व CM विजय रूपाणी का दुखद निधन, बेटे की याद में चला रहे थे 13 जनकल्याणकारी प्रोजेक्ट
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का 12 जून 2025 को अहमदाबाद विमान हादसे में दुखद निधन हो गया। वे अपने दिवंगत बेटे पुनीत रूपाणी की याद में 'पुनीत रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट' चला रहे थे, जिसके तहत 13 जनकल्याणकारी प्रोजेक्ट संचालित थे।

12 जून 2025 का दिन भारतीय जनमानस के इतिहास में एक गमगीन दिन के तौर पर अब दर्ज हो चुका है। इस दिन दोपहर एक बजे तक सबकुछ शांत और सामान्य था, पर दो बजे के बाद अहमदाबाद विमान हादसे की जैसे ही खबर आई, लोग शोक की लहर में डूब गए। इस भीषण विमान हादसे में एक ब्रिटिश नागरिक के अलावा कोई नहीं बच सका। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता विजय रूपाणी भी इस दुर्भाग्यपूर्ण फ्लाइट में मौजूद होने के कारण नहीं बच सके।
विजय रूपाणी: संघ से सरकार तक का सफर
विजय रूपाणी भारतीय राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम थे। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और फिर जनसंघ, भाजपा तथा गुजरात सरकार में अहम भूमिका निभा चुके थे। उनका राजनीतिक सफर निष्ठा और जनसेवा को समर्पित रहा।
बेटे की याद में चल रहा था 'पुनीत रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट'
विजय रूपाणी के परिवार के साथ इस तरह का असामयिक हादसा पहले भी हो चुका था। तब उनके बेटे पुनीत रूपाणी की एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। अपने दिवंगत बेटे की याद में, विजय रूपाणी ने पुनीत रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना की थी, जो समाज सेवा के कई कार्यों में सक्रिय है।
पुनीत रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट: 13 जनकल्याणकारी प्रोजेक्ट
पुनीत रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना राजकोट में 1994 में हुई थी। इस ट्रस्ट की स्थापना विजय रूपाणी और तत्कालीन नेता आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में हुई थी। आज की तारीख में इस ट्रस्ट के अंतर्गत 13 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जो समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित हैं।
ट्रस्ट का मुख्य मकसद हाशिये पर पड़े और आर्थिक तौर पर कमज़ोर महिलाओं और बच्चों को सशक्त करना और उनकी बेहतरी के लिए काम करना है। यह ट्रस्ट राजकोट ज़िले में मौजूद 8 आर्थिक तौर पर कमज़ोर इलाकों में सक्रिय रूप से काम करता है।
ट्रस्ट पूरी तरह से एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में काम करता है।
- ट्रस्ट का लक्ष्य राजकोट के हर वंचित बच्चे को खिलौनों से खेलने और एक सफल करियर बनाने का मौका देना है।
- ट्रस्ट राजकोट के हर वंचित व्यक्ति को चिकित्सा सेवाएँ और नौकरी के अवसर प्रदान करने का प्रयास करता है।
- ट्रस्ट हर महीने रियायती दरों पर चिकित्सा शिविर आयोजित करता है।
- इसके अलावा, ट्रस्ट दुनिया भर के धर्मार्थ व्यक्तियों, संतों और नेताओं से जुड़ा हुआ है।
विजय रूपाणी का निधन न केवल राजनीतिक जगत के लिए, बल्कि उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी क्षति है जो उनके सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए थे। उनके द्वारा स्थापित यह ट्रस्ट उनकी विरासत को आगे बढ़ाता रहेगा।